गंगाजल को भुली सरकार
किशनगढ़Published: May 20, 2019 11:12:25 am
डाक विभाग में स्टॉक खत्मयोजना की सुध नहींसत्येंद्र शर्मामदनगंज-किशनगढ़. भारत सरकार अब डाक विभाग के माध्यम से गंगाजल बिक्री की योजना को भुल गई है। करीब दो-तीन महीनों से डाक विभाग में गंगाजल का स्टॉक नहीं भेजा जा रहा है। ऐसे में गंगाजल खरीदने आने वाले उपभोक्ताओं को निराश लौटना पड़ रहा है।
करीब ढाई साल पहले शुरू की गई इस योजना के अंतर्गत हरिद्वार और ऋषिकेश के गंगाजल की बोतलों में बंद कर बिक्री शुरू की गई थी लेकिन अब स्टॉक खत्म होने के बाद गंगाजल बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं हो रहा है। डाक विभाग की ओर से जोर-शोर से शुरू की गई गंगाजल की बिक्री योजना ने अब दम तोड़ दिया है। धार्मिक आस्था के चलते गंगाजल की बिक्री काफी सफल रही थी। धार्मिक कार्यों में उपयोग और घर में रखने के लिए लोग गंगाजल का उपयोग करते है। इसलिए पोस्ट ऑफिस में बोतलों में बंद गंगाजल उपलब्ध होते ही इसकी अच्छी बिक्री हुई थी। हिंदू धर्म में गंगाजल का काफी महत्व है। इस कारण धार्मिक कार्यों, पूजा-पाठ में इसका उपयोग होता है। गंगाजल का नियमित उपयोग करने वाले इसे अपने घर में भी रखना पसंद करते है।
स्टॉक खत्म-योजना खत्म
अब स्टॉक खत्म होने के बाद योजना खत्म होने जैसी स्थिति हो गई है। कई माह से गंगाजल की आपूर्ति बंद पड़ी है। इसलिए गंगाजल खरीदने की इच्छा रखने वाले निराश लौट जाते है। इस योजना में ऋषिकेश से 200 मिलीलीटर और 500 मिलीलीटर की बोतलों में भरे गए गंगाजल की बिक्री की गई। इसी तरह गंगोत्री के गंगाजल की भी बिक्री की गई थी।
सफल और चर्चित रही योजना
डाक विभाग की ओर से जुलाई 2016 में शुरू की गई यह योजना पूरे देशभर में सफल रही और इसकी काफी चर्चा भी हुई थी। धार्मिक आस्था के चलते पवित्र माने जाने वाले गंगाजल की बोतलबंद बिक्री ने कई रिकॉर्ड बनाए।
एलईडी लाइटें भी नहीं
डाक विभाग ने बिजली बचत के लिए एलईडी लाइटों की बिक्री भी शुरू की थी। यह योजना भी काफी सफल रही थी लेकिन अब एलईडी बल्ब और ट्यूबलाइट स्टॉक में नहीं है। इस योजना में पंखों की भी बिक्री की गई थी। वर्तमान में गर्मी के कारण पंखे बिक्री के लिए उपलब्ध कराए जाए तो पंखों की अच्छी बिक्री हो सकती है।