यहां हरि के सामने विराजे है हरिहर महादेव
किशनगढ़Published: Aug 09, 2019 12:03:38 pm
लक्ष्मीनारायण मंदिर परिसर में स्थित है हरिहर महादेवआओ करे शिव दर्शन, किशनगढ़ के शिवालय
यहां हरि के सामने विराजे है हरिहर महादेव
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मदनगंज-किशनगढ़. अजमेर रोड स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर परिसर में शिवालय स्थित है। भगवान लक्ष्मीनारायण के विग्रह के सामने शिवालय के प्रतिष्ठापित होने के कारण हरिहर महादेव का नाम दिया गया। पुजारी जगदीश प्रसाद शर्मा ने बताया कि इस शिवालय की स्थापना जगतगुरु निंबार्काचार्य पीठाधीश्वर राधा सर्वेश्वर शरण देवाचार्य श्रीजी महाराज और जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद के मुख्य आतिथ्य में हुई थी। 15 फरवरी 1991 को इस शिवालय में शिवलिंग और मूर्तियों की प्रतिष्ठापना वैदिक मंत्रोच्चार और हवन के आयोजन से की गई थी। कानोरिया परिवार की ओर से निर्मित इस मंदिर परिसर में धौलपुर-करौली के पत्थरों का उपयोग किया गया है।
इस शिवालय में प्रमुख महत्ता बड़े शिवलिंग का होना है। इस शिवालय में शिवलिंग मध्य में स्थित है। शिवलिंग का विग्रह सवा तीन फुट का है और वजन करीब दो क्ंिवटल का है। यहां शिव परिवार की मूर्तियां सामने प्रतिष्ठापित है।
यहां सावन माह में आसपास की कॉलोनियों से आने वाले भक्तों की संख्या बढ़ जाती है। मुख्य मार्ग पर स्थित होने के काराण भी यहां आने वाले भक्तों की संख्या अधिक रहती है। सुबह से भक्त पूजा और अभिषेक के लिए आने लग जाते है जो दोपहर तक आते रहते है। शिवालय में सहस्त्राभिषेक के भी आयोजन होते है। शिवरात्रि पर यहां जागरण और अन्य धार्मिक आयोजन होते है। शिवालय में प्रतिदिन मंगला आरती से लेकर शयन आरती तक नियमित पूजा होती है। यहां सावन माह में श्रद्धालुओं की खासी भीड़ रहती है, शिव भक्त यहां जलाभिषेक एवं सहस्त्र धारा के आयोजन करते है। यह मंदिर शहरी क्षेत्र में सबसे बड़ा मंदिर भी है।
कावडिय़ों की रहती है भरमार
सावन मास में मंदिर में कावडि़ए भी पुष्कर से जल लाते है और यहां विराजित भगवान शिव और शिव परिवार का जलाभिषेक करते है। सावन के पूरे महीनें मंदिर में शिव भक्तों की खासी भीड़ रहती और भगवान भोले के दर्शनों का लाभ लेते है।