किशनगढ़

kishangrh_कोरोना से फसल कटाई पर भी संकट

नहीं आ रहे है मजदूरखेतों में खड़ी है गेहूं और जौ की फसल

किशनगढ़Mar 29, 2020 / 10:08 am

kali charan

kishangrh_कोरोना से फसल कटाई पर भी संकट

मदनगंज-किशनगढ़.
उपखंड क्षेत्र में मजदूरों की कमी के कारण फसलों की कटाई में समय लग रहा है। कोराना वायरस महामारी के चलते मजदूरों का आवागमन बंद हो गया है। इस कारण किसान परिवार ही सुबह से लेकर शाम तक अपनी फसलों को बचाने के लिए कटाई में लगे हुए है। ऐसा पहली बार हो रहा है जब औद्योगिक क्षेत्र पूरी तरह बंद है और फिर भी फसल कटाई के लिए मजदूर नहीं मिल रहे है।
क्षेत्र के कई गांवों में अभी भी फसल खड़ी हुई है और किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए पूरी ताकत झोंके हुए है। कई जगह तो चने की फसल कट चुकी है और जहां कई जगह भी किसान परिवार फसल काटने में जुटे हुए है। फसलों को देखते हुए किसान परिवार चिंता में है और दिन भर फसल काटने में जुटे रहते है। क्षेत्र के खातौली, रलावता, हरमाड़ा, तिलोनिया, चीताखेड़ा, कुचील आदि गांवों में अभी भी गेहूं और जौ की फसल कटाई बाकी है। पहले मजदूर आसानी से आ जाते थे लेकिन महामारी की समस्या के चलते मजदूर नहीं आ रहे है। इससे किसानों की समस्या बढ़ गई है।
इस बार मशीने भी नहीं
इसके साथ ही पहले पंजाब से बड़ी संख्या में वहां के लोग मशीने लेकर आते थे लेकिन इस बार वहां के हालात भी बदले हुए है। इस कारण वहां से मशीनों को लेकर लोग नहीं पहुंचे है। क्षेत्र के कई किसान इन मशीनों के माध्यम से अपने खेतों में फसल कटवाते थे।
तो होती मजदूरों को अच्छी आय
इस बार कई वर्षों के बाद क्षेत्र में लगभग 50 हजार हेक्टेयर में रबी की बुवाई की गई थी। मौसम सही रहता तो इस बार बंपर उपज होती लेकिन मौसम ने किसानों की उम्मीद पर पानी फेर दिया। इससे किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है। वही कोरोना वायरस महामारी के चलते मजदूर नहीं आ रहे है। इससे भी फसल कटाई में समय लग रहा है। अगर स्थिति सामान्य रहती तो फसल काटने वाले मजदूरों को भी अच्छी आय होती। वर्तमान में अधिकतर जगह चने की कटाई पूरी हो चुकी है और गेहूं और जौ की कटाई लगभग 50 प्रतिशत बाकी बताई जा रही है।

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