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kishangrh_लॉकडाउन : हैंडीक्राफ्ट उद्योग का चार करोड़ से ज्यादा का व्यापार चौपट

locationकिशनगढ़Published: Apr 10, 2020 09:43:15 am

Submitted by:

kali charan

लॉकडाउन को बीते 20 दिनएनएच-8, मार्बल एरिया समेत सभी हैंडीक्राफ्ट के बाजार पूरी तरह बंद

kishangrh_लॉकडाउन : हैंडीक्राफ्ट उद्योग का चार करोड़ से ज्यादा का व्यापार चौपट

kishangrh_लॉकडाउन : हैंडीक्राफ्ट उद्योग का चार करोड़ से ज्यादा का व्यापार चौपट

कालीचरण
मदनगंज-किशनगढ़.
मार्बल कारोबार की भांति ही हैंडक्राफ्ट व्यापार को भी खासा नुकसान हुआ है। लॉकडाउन में हैंडीक्राफ्ट उद्योग को तकरीबन 4 करोड का नुकसान हो चुका है। लॉकडाउन अवधि में ना कोई शॉ रूम खुला और ना ही किसी प्रकार की खरीद फरोख्त हुई। यहीं नहीं फैक्ट्रियां बंद होने के चलते किसी प्रकार से हैंडीक्राफ्ट आइटम भी तैयार नहीं किए जा सके। कारोबार से जुड़े करीब 500 से व्यापारी और 3000 हजार से ज्यादा कारीगर ठाले बैठे है। कारीगर नहीं होने से 100 से ज्यादा हैंडीक्राफ्ट पर ताले लगे हुए है। व्यापारियों का कहना है कि बीते 30 सालों में यह पहली बार है जब हैंडीक्राफ्ट उद्योग लगातार बंद रहा।
कोरोना वायरस संक्रमण के डर के चलते लॉकडाउन में अन्य उद्योगोंं की भांति ही हैंडीक्राफ्ट मार्बल उद्योग भी बंद हो गया। हैंडीक्राफ्ट उद्योग जनता कफ्र्यू के साथ ही 21 मार्च से ही बंद हो गया और इसके बाद लॉकडाउन लागू की घोषणा से यह उद्योग निरंतर बंद ही है। हैंडीक्राफ्ट व्यापारियों के अनुसार प्रतिदिन 20 लाख का कारोबार होता है और कारोबार बंद होने से इन 20 दिनों में तकरीबन 4 करोड का व्यापार चौपट हो चुका है। इस उद्योग से जुड़े अधिकांश कारीगर राजस्थान के ही है जो कि भरतपुर और मकराना समेत आस पास के एरिया से ही आते है। इनूमें से करीब 2000 मजदूर अन्य जिलों से आते है और 1000 कारीगर स्थानीय ही है। व्यापारियों ने बताया कि तकरीबन 1990 से किशनगढ़ में हैंडीक्राफ्ट उद्योग नियमित रूप से संचालित है और यह पहली बार है कि यह उद्योग लगातार 20 दिन से बंद पड़ा है। लेकिन सभी इस लॉकडाउन को उचित कदम बताया है।
थमा निर्यात व्यापार
किशनगढ़ की फैक्ट्रियों में तैयार हैंडीक्राफ्ट मूर्तियां, मंदिर एवं अन्य सजावटी वस्तुएं राजस्थान के कई जिलों समेत उत्तरप्रदेश, दिल्ली, मध्यप्रदेश राज्यों में भी निर्यात किया जाता है। जबकि राजस्थान के जयपुर और जोधपुर से यहां के तैयार हैंडीक्राफ्ट आईटमों की अधिक डिमांड रहती है। पहले राजस्थान और फिर पूरे देशभर में लॉकडाउन की घोषणा के चलते यह कारोबार भी काफी प्रभावित हुआ। ना तो खरीदार आए और ना ही कारीगरों ने माल तैयार किया।
उद्योग एक नजर
-व्यापारी : 500
-कारीगर : 3000
-शॉ रूम : 300
-फैक्ट्रियां : 100
-प्रतिदिन कारोबार : 20 लाख रुपए औसतन
लॉकडाउन उचित कदम
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन के रूप में हमारी सरकारों ने उचित कदम उठाया गया। बिजनेस तो इसके बाद भी कर लिया जाएगा। पहले हम सभी को इस महामारी पर जीत पानी है।
-राम सारस्वत, व्यापारी, हैंडीक्राफ्ट मार्बल उद्योग।
जीवन जरुरी
नफा नुकसान व्यापार का हिस्सा है। कोरोना वायरस के संक्रमण चक्र को तोडऩे के लिए हम सभी एकजुट होकर सरकारी की एडवायजरी की पालना करनी चाहिए। फिलहाल प्राथमिता मानव जीवन को दिया जाना ही उचित कदम और सही सोच है।
-आशुतोष शर्मा, व्यापारी, हैंडीक्राफ्ट मार्बल उद्योग।
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