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यूक्रेन और किर्गिस्तान में फंसे एमबीबीएस विद्यार्थियों को भारत लाया जाए: भागीरथ चौधरी

locationकिशनगढ़Published: Apr 10, 2020 10:24:40 am

Submitted by:

kali charan

सुरक्षित है अजमेर सहित अन्य देश के अन्य एमबीबीएस विद्यार्थीविदेश मंत्रालय ने सांसद चौधरी को दी जानकारी

kishangrh_यूक्रेन और किर्गिस्तान में फंसे एमबीबीएस विद्यार्थियों को भारत लाया जाए

kishangrh_यूक्रेन और किर्गिस्तान में फंसे एमबीबीएस विद्यार्थियों को भारत लाया जाए

मदनगंज-किशनगढ़.
यूके्रन एवं किर्गिस्तान में कोरोना वायरस महामारी के फैलने के कारण फंसे लोकसभा क्षेत्र अजमेर सहित राजस्थान प्रदेश के एमबीबीएस अध्ययनरत समस्त विद्यार्थी सुरक्षित है। विदेश मंत्रालय ने अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी को लिखित में जानकारी दी है। सांसद चौधरी ने उन्हें वापस भारत लाने के लिए प्रधानमंत्री, केंद्रीय विदेश मंत्री गृह मंत्री को पत्र लिखा था।
अजमेर के साथ साथ राजस्थान एवं सम्पूर्ण देश के लगभग 150 छात्र-छात्राएं वर्तमान में यूके्रन देश के केर्निविस्टी शहर में स्थित बुकोवेनियन स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में एवं किर्गिस्तान की इन्टरनेशनल स्कूल ऑफ मेडिसिन बिस्केक से एमबीबीएस कर रहे हैं। इनके अभिभावकों के प्रतिनिधि दल ने अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी को अवगत कराया था कि लॉकडाउन के कारण विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हवाई सेवाए बंद होने उनका यहां आना भी संभव नहीं है। इस पर सांसद भागीरथ चौधरी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को इन सभी विद्यार्थियों को एयरलिफ्ट कराकर पुन: भारत लाने के लिए पत्र लिखकर मंत्रालयों को ईमेल किया। साथ ही विदेश मंत्रालय के विशेषाधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता की थी। इसके प्रत्युत्तर में अवर सचिव विदेश मंत्रालय ने सांसद चौधरी को लिखित में अवगत कराया कि यूक्रेनी सरकार ने 24 अप्रैल तक पूरे देश में तालाबंदी की घोषणा की है। इस अवधि के दौरान केवल फार्मासिस्ट, सुपरमार्केट, किराना स्टोर, डाकघर, बैंक, गैस स्टेशन और खाद्य वितरण एजेंसी ही कार्य कर रहे हैं। किसी के व्यक्तिगत आवागमन पर कोई प्रतिबंध नहीं है। भारतीय राजदूत ने यूक्रेनी विदेश मंत्री के साथ मुलाकात की और भारतीय छात्रों द्वारा उल्लेखित बिंदुओं पर चर्चा की। यूके्रनी विदेश मंत्री ने आश्वासन दिया कि चिकित्सा उपचार में कोई भेदभाव नहीं होगा और भारतीय छात्र यूके्रनी शिक्षा प्रणाली का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। भारतीय दूतावास भारतीय समुदाय और छात्रों के और वहां के अधिकारियों के भी नियमित संपर्क में है। इस प्रत्युत्तर पर सांसद चौधरी ने विदेश मंत्रालय का आभार व्यक्त किया है।
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