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कोरोना काल में चने की बम्पर आवक, दूसरे जिलों के वेयर हाउस भेजा चना

locationकिशनगढ़Published: Jul 12, 2020 08:12:17 pm

Submitted by:

kali charan

दो माह में 46 करोड की कीमत के चने की खरीद की गईकिशनगढ़ के किसानों से 16 करोड 16 लाख से अधिक का खरीदा चनाअरांई के किसानों से 29 करोड 83 लाख का खरीदा चना1 मई से किशनगढ़ और 4 मई से अरांई के किसानों के चने की समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू

कोरोना काल में चने की बम्पर आवक, दूसरे जिलों के वेयर हाउस भेजा चना

कोरोना काल में चने की बम्पर आवक, दूसरे जिलों के वेयर हाउस भेजा चना

कालीचरण
kishangrh मदनगंज-किशनगढ़.
कोरोना काल मेें इस बार हमारी धरती सोना उगल रही है। कृषि उपज मंडी में चने की बम्पर आवक हुई और जमकर चने की समर्थन मूल्य पर खरीद की गई। किशनगढ़ परिक्षेत्र में इस बार चने की उपज की अच्छी पैदावार हुई। किशनगढ़ और अरांई क्रय विक्रय सहकारी समिति के आंकड़ों के अनुरूप 46 करोड से अधिक कीमत के चने पर सरकार ने समर्थन मूल्य पर खरीद की। हालांकि अभी भी रजिस्टर्ड टोकन से भी खरीदारी बाकी है। लेकिन फिलहाल समर्थन मूल्य पर चने की खरीद कार्य बंद कर दिया है।
सरकार ने राजफैड के माध्यम से किशनगढ़ परिक्षेत्र में 1 मई से ही चने की समर्थन मूल्य पर खरीद कार्य शुरू कर दिया। करी दो माह चले खरीद कार्य के दौरान कृषि उपज मंडी में चने के जगह जगह ढेर लगे नजर आए और चने की बोरियों से भरी ट्रेक्टर ट्रॉलियोंं का भी जमघट रहा। चने की खरीद को लेकर आने वाले किसानों की भी संख्या अधिक रही। किशनगढ़ से किशनगढ़ समेत ब्यावर, रूपनगढ़, चौमू और कोटा के वेयर हाउस में चना भेजा गया है।
किशनगढ़ शहरी क्षेत्र : 16 करोड 16 लाख से अधिक का खरीदा चना
किशनगढ़ क्रय विक्रय सहकारी समिति की मुख्य कार्यकारी अधिकारी मंजू जैन ने बताया कि 1 मई से कृषि मंडी में चने की उपज की समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू हो गई। 4 हजार 875 प्रति क्विंटल के भाव से किसानों से चने की उपज खरीदी गई। चने की खरीद के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू की गई। 1412 किसानों के टोकन रजिस्टर्ड हुए। 1 मई से 13 जून तक चले खरीद कार्य में 1379 टोकन से 33 हजार 160 क्विंटल चने की खरीद की गई। खरीदे चने की कीमत 16 करोड 16 लाख 55 हजार रुपए की कीमत के चने की खरीद की गई। इनमें से सभी 1379 किसानों को 16 करोड 14 लाख 1 हजार 779 का भुगतान कर दिया गया। इस बार केवल 33 किसानों के टोकन से चने की खरीद बाकी रही। जबकि बीते साल वर्ष 2019-2020 में 1163 किसानों के टोकन रजिस्टर्ड किए गए थे। 547 किसानों के टोकन से 10 हजार 781 क्विंटल चने की खरीद की गई। इसकी कीमत 4 करोड 99 लाख 55 हजार रुपए रही।
अरांई क्षेत्र : 29 करोड 83 लाख का खरीदा चना
अरांई क्रय विक्रय सहकारी समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कैलाश चौमिया ने बताया कि अरांई के रजिस्टर्ड 4100 टोकन के किसानों में से 2449 का चना समर्थन मूल्य पर खरीदा जा चुका है और अभी भी 1651 टोकन का चना खरीदा जाना बाकी है। सरकार ने अब तक 29 करोड 83 लाख की कीमत के चने की खरीद की है। लेकिन राजफेड ने अभी नई सूची क्रय विक्रय सहकारी समितियों को नहीं भेजी है। अचानक बंद हुई चने की खरीद से किसान चिंतित हो गए है और चने की बिक्री को लेकर रोष भी है।अरांई क्रय विक्रय सहकारी समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कैलाश चौमिया ने बताया कि 4 मई से अरांई में समर्थन मूल्य पर किसानों के चने की खरीद कार्य शुरू किया गया। लेकिन बारिश की संभावना को देखते हुए राज्य सरकार के आदेश पर 12 जून से अरांई के किसानों से चने की खरीद किशनगढ़ की कृषि उपज मंडी के यार्ड में शुरू की गई। अरांई के 4100 किसानों के टोकन रजिस्टर्ड किए गए। इन 4100 टोकन में से 2449 टोकन के चने की खरीद की जा चुकी है और जबकि 1651 टोकन के चने की खरीद की जानी बाकी है। सरकार ने अरांई के 2449 किसानों का समर्थन मूल्य पर 29 करोड 83 लाख कीमत का 61 हजार 190 क्विंटल चने की खरीद कर ली है। शेष 1651 किसानों के टोकन से पुन: खरीदारी शुरू करने की किसान मांग कर रहे है। जबकि बीते साल वर्ष 2019-2020 में 1226 किसानों के टोकन रजिस्टर्ड किए गए थे और सभी टोकन से चने की खरीद की गई थी। 1226 टोकन से 30 हजार क्विंटल चने की खरीद की गई। इसकी कीमत 13 करोड रुपए रही।
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