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मां की गोद मिली तो बंद हुई बच्ची की रूलाई

locationकिशनगढ़Published: Oct 11, 2021 08:05:09 pm

Submitted by:

kali charan

मां की गोद में गई तो ही बंद किया बच्ची ने रोनामां ने आंचल से बेटी के आंखों के पौंछे आंसूखेलते खेलते भटक गई घर की गलियांमां घरेलू काम में थी व्यस्त, ध्यान नहीं देने पर बालिका घर से निकलीपुलिस बनी मददगार

मां की गोद मिली तो बंद हुई बच्ची की रूलाई

मां की गोद मिली तो बंद हुई बच्ची की रूलाई

मदनगंज-किशनगढ़ ञ्च पत्रिका.
घर में रंग रोगन के काम की आपधापी और पड़ौस में शादी समारोह के शोरगुल में परिवार के सदस्यों का तीन साल की बच्ची से कुछ समय के लिए ध्यान हट गया और वह खेलते खेलते घर से निकल गई। वह घर से थोड़ी ही दूर निकली की फिर वह घर लौटने की गलियां भुल गई। सड़क पर अकेली रोते बिलखते देख राहगीरों ने उसे गांधीनगर थाना पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने तत्काल बालिका के परिजन को ढंूढने की कोशिश शुरू की। आखिरकार पुलिस की दो घंटे की मेहनत जब सफल हुई तब बालिका को खोजते हुए उसकी मां थाने पहुंची। दो घंटे से लगातार रो रही बालिका मां की गोद में जाते ही फोरन चुप हो गई और मां ने अपने आंचल से उसके आंसू पौछ कर उसे सीने से लगा लिया। पुलिस ने बालिका को उसकी मां को सौंप कर उन्हें घर भेज दिया।
मूलत: अजमेर अजयनगर लुहार बस्ती एवं हाल गांधीनगर लुहार बस्ती निवासी राधा किशन लुहार ने बताया कि साले की शादी कार्यक्रम के चलते वह ब्यावर आया हुआ है। जबकि गांधीनगर स्थित घर पर रंग रोगन किया जा रहा है। पत्नी दुर्गा घर के काम में व्यस्त थी और पड़ौस में शादी कार्यक्रम भी चल रहा है। इस दौरान शाम करीब 6.30 बजे उनकी तीन वर्षीय पुत्री शिवानी अकेले खेलते खेलते घर से निकल गई। मैन रोड पर जाने के बाद वह घर की गलियां भुल गई और वह रोते रोते रूपनगढ़ रोड स्थित राजकीय विश्वकर्मा स्कूल के पास पहुंच गई। यहां पर राहगीरों ने उसे रोता देख गांधीनगर थाना पुलिस को मौके पर बुला कर शाम करीब 7 बजे उन्हें सौंप दिया। लगातार रोने और नाम बता नहीं पाने के कारण पुलिस को उसके परिजन की तलाश करने में दिक्कत हुई। लेकिन पुलिस ने आस-पास के थानों और सोशल मीडिया के माध्यम से बालिका के परिजन की तलाश शुरू की। करीब दो घंटे बाद आखिरकार बच्ची को खोजती हुई मां दुर्गा पुलिस थाने पहुंची और दुर्गा ने पुलिस को बताया कि इसका नाम शिवानी है और वह उसकी पुत्री है। पुलिस ने शिवानी को उसे सौंप दिया। फिर क्या शिवानी मां की गोद में जाते ही चुप हो गई और सीने से लिपट गई। वहीं दुर्गा ने भी अपनी बेटी की भीगी आंखों से आंसू पौंछे। दुर्गादेवी के तीन पुत्रियां है और शिवानी दूसरे नम्बर की पुत्री है।
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