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स्टॉक समाप्त, नाकाफी हो रही खाद की सप्लाई

locationकिशनगढ़Published: Oct 16, 2021 09:19:25 am

Submitted by:

kali charan

खेतों में चना और सरसों की बुवाई शुरूखाद की डिमांड बढ़ीक्रय विक्रय सहकारी समिति की दुकानों पर किसानों की भीड़बिना खाद के बैग खरीदे ही निराश लौट रहे है किसान

स्टॉक समाप्त, नाकाफी हो रही खाद की सप्लाई

स्टॉक समाप्त, नाकाफी हो रही खाद की सप्लाई

मदनगंज-किशनगढ़ ञ्च पत्रिका.
इन दिनों खेतों में किसान चना और सरसो की बुवाई कार्य में जुटे हुए है और यही वजह है कि क्रय विक्रय सहकारी समिति की दुकानों पर इन दिनों एनपीके, बीएपी और डीएपी खाद का स्टॉक नहीं है, बल्कि प्रतिदिन आने वाले खाद के बैगो की भी हाथों-हाथ बिक्री हो रही है। खाद की डिमांड और तेजी का आलम यह है कि आधे से ज्यादा किसान तो खाद के इंतजार में निराश लौट रहे है। ऐसे में किसानों को खासी परेशानी भी झेलनी पड़ रही है।
रूपनगढ़ रोड स्थित क्रय विक्रय सहकारी समिति की मुख्य शॉप और पुरानी मिल के पास स्थित शाखा शॉप पर इन दिनों किसानों की खासी भीड़ है। अरांई की सहकारी सहमति की दुकानों पर स्टॉक शून्य हो गया है। इसके कारण अरांई क्षेत्र के किसान भी इन दिनों मजबूरन किशनगढ़ की दुकानों पर खाद की खरीदारी करने के लिए आ रहे है। इन दिनों इफ्को के एनपीके, बीएपी और डीएपी खाद के बैग की कमी बनी हुई है और किसानों को परेशान होकर निजी दुकानों से खरीदारी करने को मजबूर है।
एनपीके खाद का नहीं स्टॉक
क्रय विक्रय सहकारी समिति की मुख्य दुकान में 30 मार्च को एनपीके खाद को 17 बैग का स्टॉक था और एक अप्रेल से शुक्रवार तक एनपीके खाद के 3 हजार 300 बैग बिक्री हो गए। इनमें से शुक्रवार को 600 बैग बिक्री के लिए आए और यह सभी 600 बैग तुरंत बिक्री हो गए। कई किसानों को बिना खाद के निराश लौटना पड़ा।
बीएपी खाद की भी कमी
सहकारी समिति की दुकानों पर 30 मार्च तक बीएपी खाद के 3 हजार 943 बैग के स्टॉक था। एक अप्रेल से यह 3 हजार 943 बैग समेत अब तक 4 हजार 270 बीएपी खाद के बैग बिक्री हो गए। इनमें से शुक्रवार को 590 बैग बिक्री के लिए आए और यह सभी बैग भी तत्काल बिक्री हो गए।
डीएपी खाद की भी कमी, किसान मायूस
भाजपा नेता विकास चौधरी ने बताया कि वर्तमान में राज्य में 60 हजार मैट्रिक टन डीएपी का स्टॉक है, पिछले साल सितंबर के अंत तक यह 3 लाख मैट्रिक टन तक था। यानी पिछले साल के मुकाबले इस बार स्टॉक पांच गुना कम है। ऐसी स्थिति में किसान परेशान है और सहकारी समितियों और निजी दुकानदारों के यहां चक्कर लगा रहे है। किशनगढ़ में शुक्रवार को मात्र 300 बैग डीएपी खाद उपलब्ध हुआ, जबकि 500 से अधिक किसान खाद खरीदने पहुंचे। इस वजह से सहकारी दुकान पर ही धक्कामुक्कि तक हो गई। इस वजह से एक बार बिक्री भी रोकनी पड़ गई। पुलिस की मौजूदगी में दौबारा खाद की बिक्री शुरू की गई। किसानों की डिमांड के अनुरूप पर्याप्त खाद का स्टॉक उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। किसानों की समस्या को लेकर भाजपा नेता चौधरी ने इस पर नराजगी जताई है।
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