गणना में दिखे मात्र 1238 वन्य जीव
किशनगढ़Published: May 20, 2019 11:26:27 am
वन विभाग की ओर से 24 घंटे में 14 पाइंट पर की गई गणनागणना में नील गाय, सेही, खरगोश, नेवला, सियार और भेडि़ए दिखे मदनगंज-किशनगढ़. किशनगढ़ वन विभाग के अन्तर्गत आने वाले स्थानों पर वन्य जीवों की गणना शनिवार को सुबह 8 बजे प्रारंभ हुई जो रविवार सुबह 8 बजे समाप्त हुई। गणना में 24 घंटे में 1238 शाकाहारी और मांसाहारी वन्य जीव दिखाई दिए।
गणना में दिखे मात्र 1238 वन्य जीव
वन विभाग की ओर से चन्द्रमा की पूर्ण रोशनी में वन्य जीवों की गणना की गई। इसके तहत वन विभाग की ओर से 14 स्थान जहां पर पानी की व्यवस्था है वहां पर गणना के 30 कर्मचारी तैनात किए गए। वन विभाग की ओर से भामालोव बीट तलाब के पास सार्वजनिक खेळी, माला गांव के पास नाड़ी, बिदड़पुरा के पास नाड़ी, हरमाड़ा रोड के पासखेळी, मण्डावरिया बीट फायरिंग रेंज के पास खेळी, सामरिया हरड़ा फूट के पास खेळी, नारोलाव नाड़ी, गुंदोलाव झील, बालाजी खेली डींडवाड़ा, लाछा नाड़ी, करकेड़ी बीट देवजी मंदिर के पास नाड़ी सहित 14 स्थानों पर गणना की गई। वन विभाग के कर्मचारियों ने रविवार को सुबह 10 बजे वन विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय में पहुंचकर गणना की जानकारी दी।
गणना में यह दिखाई दिए वन्य जीव
रेंजर अमरसिंह चौधरी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में शाकाहारी और मांसहारी वन्य जीवों की अलग-अलग गणना की गई। इसमें सियार 128 और भेडिय़ा 7 दिखाई दिए। इसी प्रकार शाकाहारी वन्य जीव में नीलगाय 790, सेही 26, खरगोश 245 और 42 नेवले वन विभाग की ओर से बनाए गए पानी के पाइंट पर पानी पीने पहुंचे।
पूरे साल यह दिखाई दिए वन्य जीव
वन विभाग के अनुसार पिछले साल एक मई को वन्य जीवों की गणना की गई थी। इसके बाद 2 मई 2018 से 17 मई 2019 के बीच गश्त के दौरान कई वन्य जीव दिखाई दिए। इसके तहत सियार 205, हायना 4, जंगली बिल्ली 20, सामान्य बिल्ली 8, लोमड़ी 4, भेडिए 6, कबर बिज्जू 16, नील गाय 2279, सेही 104, लंगूर 7, बाज 56, मोर 1685, खरगोश 848, पाटागोई 40, तीतर 1170 व नेवला 134 बताए जाते हैं।
यह थी पिछले साल की गणना
वन विभाग की ओर से 2018 में की गई वन्य जीव गणना में 3424 वन्य जीव दिखाई दिए थे। इससे पहले 2017 में इनकी संया 4448 के करीब बताई गई थी। पिछले कुछ वर्षो से वन्य जीवों की संया लगातार कम होती जा रही है।
इनका कहना है…
वन विभाग की ओर से पूर्णिमा की रात्रि को वन्य जीवों की गणना 14 पाइंट पर कराई गई। विभाग की ओर से उपलब्ध कराए प्रपत्र के अनुसार जानकारी दी गई है। जलवायु परिवर्तन सहित कई कारणों से लगातार वन्यजीव कम हो रहे हैं।
– अमरसिंह चौधरी, रेंजर वन विभाग किशनगढ़