scriptलो आज के दिन भी भुल गए रविंद्रनाथ टैगोर को | Raoandranath tagore has forgotten on this day too | Patrika News

लो आज के दिन भी भुल गए रविंद्रनाथ टैगोर को

locationकिशनगढ़Published: May 09, 2019 09:27:12 pm

Submitted by:

kali charan

खानाबदोशों का बना ठिकाना, कचरे और कबाड़ का ढेर
मदनगंज-किशनगढ़. नगर के रविंद्र रंगमंच के पास ही बना हुआ टैगोर उद्यान दुर्दशा का शिकार बना हुआ है। रविंद्र रंगमंच पर और परिसर में कई कार्यक्रम, सभाएं आदि आयोजित किए जाते है लेकिन गुरुवार को गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर जयंती के दिन भी कोई सार-संभाल के लिए नहीं पहुंचा। किसी भी राजनीतिक दल, सामाजिक संगठन ने टैगोर प्रतिमा और उद्यान की सुध नहीं ली। यह आम दिनों की तरह उपेक्षित ही रही। यह उद्यान उपेक्षा और रखरखाव की कमी के कारण यह खानाबदोशों का ठिकाना बना हुआ है। खानाबदोशों ने यहां सामान रखा हुआ है। इस उद्यान के नियमित रखरखाव की कमी के कारण यह वर्तमान में कचरे और कबाड़ से भरा हुआ है। इस उद्यान में पुरानी सीढिय़ां, कचरा ट्रॉलियां और अन्य सामान पड़ा हुआ है। उद्यान में हरियाली कुछ पेड़ों के कारण है। इस हरियाली को पौधरोपण कर और बढ़ाया जा सकता है।
 

Raoandranath tagore has forgotten

लो आज के दिन भी भुल गए रविंद्रनाथ टैगोर को

यह उद्यान मु?य रूप से सिटी रोड स्थित बाजार के नजदीक है। इस उद्यान की हालत सुधारी जाकर बैठने की बैंच आदि लगा दी जाए और नियमित साफ-सफाई की जाए तो बाजार में आने वाले ग्रामीण और खरीदार कुछ देर के लिए यहां रूक सकते है। इससे उन्हें भी आराम और इंतजार करने की जगह मिल जाएगी। इससे उद्यान का उपयोग भी हो जाएगा। इस उद्यान का आकार छोटा है फिर भी इसका नियमित रखरखाव किया जाए तो यह क्षेत्रवासियों के उपयोग में आ सकता है। छोटे बालक-बालिकाओं के लिए वाटिका के रूप में इसका उपयोग हो सकता है।
लगाए जा सकते है उपकरण
नगर के बीच में स्थित इस उद्यान में दूब लगाकर बच्चों के खेलने के उपकरण भी लगाए जा सकते है। इससे यह उद्यान हरा-भरा हो जाएगा। इस उद्यान में खेलने के उपकरण लगा दिए जाए तो यहां बालक-बालिकाओं को खेलने की जगह मिल जाएगी। इससे इस उद्यान का पूरा उपयोग हो सकेगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो