गर्मी में मजदूरी की मजबूरी
किशनगढ़Published: May 30, 2019 12:28:55 pm
छाया न पानी की माकूल व्यवस्थाकिशनगढ़ के निकट पाटन तालाब में मनरेगा के तहत खुदाई कार्यश्रमिकों को सुविधाएं नहीं मिलने से होती है परेशानी
गर्मी में मजदूरी की मजबूरी
मदनगंज-किशनगढ़. किशनगढ़ के निकटवर्ती ग्राम पाटन में मनरेगा के तहत तालाब खुदाई का कार्य किया जा रहा है। कार्यस्थल पर श्रमिकों के लिए छाया पानी की माकूल व्यवस्था नहीं होने के कारण परेशानी हो रही है। उक्त तालाब को मॉडल तालाब के रूप में विकसित किया जा रहा है।
पाटन पंचायत के पाटन तालाब में मनरेगा के तहत खुदाई का कार्य किया जा रहा है। जेठ की गर्मी सुबह से ही आग बरसा रही है। यहां पर तीन मस्टरोल पर 180 के श्रमिक पंजीकृत है। इसमें करीब 160 ही नियमित रूप से खुदाई का कार्य कर रहे हैं।इसमें भी सर्वाधिक सं?या महिलाओं की है। तालाब की खुदाई कर मिट्टी को भरकर तालाब की पाल पर डाला जा रहा है। पाल की ऊंचाई अधिक होने के कारणश्रमिकों को परेशानी हो रही है। इसके कारण भुगतान (रेट) कम आने की चिंता भी सतानें लगी है। तालाब के आस-पास पेड़ भी नहीं है, जहां पर छाया में कुछ देर बैठा जा सके। कार्यस्थल पर सिर्फ एक टेंट उपलब्ध करवाया गया है, जो नाकाफी साबित होता है। साथ ही पानी भी दूर-दराज से लाना पड़ता है। ऐसे में पानी लाकर 160 लोगों को पिलाने की जि?मेदारी भी मात्र तीन श्रमिकों पर है, जबकि यहां पर छह श्रमिक होने चाहिए। इससे भी श्रमिकों को परेशानी होती है। इसके बावजूद इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
मॉडल तालाब बनाने की योजना
सरकार की मंशा है कि पाटन तालाब को मॉडल तालाब बनाने की है। वर्तमान में तालाब सूखा पड़ा हुआ है। मनरेगा के तहत खुदाई का कार्य करवाया जा रहा है। इसकी पाल को मजबूत कर बारिश के दौरान पौधरोपण किया जाएगा। साथ ही तालाब के किनारे घाट बनाने की योजना है। उक्त तालाब के भरने पर यह मनमोहक होगा साथ ही आस-पास के क्षेत्रों का जल स्तर में भी बढ़ोत्तरी होगी।
इन्होंने बताई पीड़ा….
(फोटो) गर्मी में काम में होती परेशानी
गर्मी में काम करने में परेशानी होती है। यहां पर छाया की व्यवस्था भी नहीं है। पेड़ भी नहीं है। इसके कारण बैठना तक मुश्किल हो जाता है।
– कमला देवी, मनरेगा श्रमिक
(फोटो) समस्या का हो सकता समाधान
मॉडल तालाब की तर्ज पर इसका विकास किया जाएगा।तालाब में पानी आने पर पानी की समस्या का समाधान हो सकता है। इसकी अच्छी तरह से खुदाई होने पर श्रमिकों का भुगतान भी अच्छा हो सकता है।
– मनभर देवी, मेट
(फोटो) मिट्टी डालने में हो रही है परेशानी
गर्मी के कारण पहले ही खुदाई मुश्किल हो रही है। ऐसे में पाल पर चढ़कर मिट्टी डालकर वापस आने में समय लगता है। इससे समय भी ज्यादा लगता है। रेट भी कम आती है।
– रूकमा देवी, श्रमिक
(फोटो) रेट आनी चाहिए अच्छी
तालाब में खुदाई का काम चल रहा है। यहां पर श्रमिकों के लिए अच्छे इंतजाम होने चाहिए। इससे काम भी तेजी से होगा। पानी से आने से सारी समस्या का समाधान हो जाएगा।
– पांचूराम, श्रमिक