वन विभाग की ओर से चन्द्रमा की पूर्ण रोशनी में वन्य जीवों की गणना की जाएगी। इसके लिए नाका प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने क्षेत्र में आने वाले पानी के होजों के पास 24 घंटे पूर्ण निगरानी रखकर वन्य जीवों की गणना करेंगे। इसके लिए 14 स्थान चिन्हित किए गए हैं। वन्य जीवों की गणना के तुरंत बाद सभी नाका प्रभारियों को वन्यजीवों की गणना संबंधित जानकारी देनी होगी। उल्लेखनीय है कि वन्य जीवों की गणना प्रत्येक वर्ष अप्रेल व मई के बीच में पडऩे वाली पूर्णिमा के दिन की जाती है। पूर्ण रूप से रोशनी होने के कारण वन्यजीवों की गणना में किसी तरह की परेशानी नहीं होती है।
यहां होगी वन्यजीवों की गणना
वन विभाग के अनुसार 14 स्थानों पर वन्य जीवों की गणना होगी। इसमें भामालोव बीट तलाब के पास सार्वजनिक खेळी, माला गांव के पास नाड़ी, बिदड़पुरा के पास नाड़ी, हरमाड़ा रोड के पासखेळी, मण्डावरिया बीट फायरिंग रेंज के पास खेळी, सामरिया हरड़ा फूट के पास खेळी, नारोलाव नाड़ी, गुंदोलाव झील, बालाजी खेली डींडवाड़ा, लाछा नाड़ी, करकेड़ी बीट देवजी मंदिर के पास नाड़ी, करडाला बीट सार्वजनिक बेरा, जाजोता पालड़ी बीट हिंगलाज मंदिर के पासखेली, कल्याणीपुरा के पास खेळी आदि पाइंट बनाए गए हैं।
लगातार घट रहे हैं वन्यजीव
वन विभाग की ओर से पिछले साल 2018 में हुई गणना में 3424 वन्य जीव की गणना की गई थी। जबकि 2017 में 4448 के करीब वन्य जीव पाए गए थे। 2017 के मुकाबले 2018 में 1024 वन्यजीव कम होने की बात सामने आई थी।
इनका कहना है…
वन क्षेत्र में 18 मई को 24 घंटे वन्य जीवों की गणना की जाएगी। इसके लिए पाइंट चिन्हित कर नाका प्रभारियों को तैनात किया गया है।
– अमरसिंह चौधरी, क्षेत्रीय वन अधिकारी किशनगढ़