उन्होंने कहा कि मोदी की विरोधी नातियों के कारण देश विकास करने के बजाए पीछे जा रहा है। नोटबंदी और जीएसटी से देश की आर्थिक व्यवस्था पर गहरा असर पड़ा है। महंगाई, बेरोजगारी पर कोई ध्यान ही नहीं दिया गया। यह सरकार केवल निगमति क्षेत्र तथा उद्योगपतियों के लिए ही चल रही है। मोदी को इस देश से किसान और गरीब नागरिकों, व्यापारियों और अन्य मध्यम वर्ग के लोगों की कोई चिंता नही है। मोदी केवल किसानों की हितों की रक्षा करने की बात करते हैं। लेकिन किसानों का ऋण माफ करने से स्पष्ट इनकार किया है। जबकि मोदी कई उद्योगपतियों का ऋण माफ करने के लिए आगे रहते है।
उन्होंने कहा कि राफाल युद्धक विमानों की खरीदी में भ्रष्टाचार हुआ है। मोदी और अमति शाह यहां आते है तो सिद्धरामय्या सरकार को दस फीसदी कमीशन सरकार बताते है। जबकि देश से धोखेबाजों को भगाने और राफाल युद्धक विमानों के सौदे में कितना कमीशन लिया गया है, इसका जवाब देना होगा। देश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति और विफलता तथा नागरिक असुरक्षित महसूस करने पर विफक्षी दलों ने एकजुट होकर मोदी को हटाने का अभियान आरंभ कर कई सांसद इस्तीफा देने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि सिद्धरामय्या सरकार ने कई योजनाओं और कार्यक्रमों को जारी कर एक श्रेष्ठ प्रशासन उपलब्ध कराया है। अन्न भाग्या और इंदिरा कैटीन आंरभ कर प्रदेस के लोगोंं को भूख से मुक्त कराया है। किसानों का ऋण माफ किया है। सिद्धरामय्या सरकारी की उपलब्धियों को देखते हुए कांग्रेस सरकार को फिर से सत्ता में लाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि भाजपा उत्तर भारत और उत्तर-पूर्वी राज्यों मेंं सांप्रदायिक दंगों, दलित, अल्पसंख्यक और अन्य कमजोर वर्गों के लोगों का उत्पीडऩ किया है। अब इसी तरह का माहौल कर्नाटक के जरिए दक्षिणी राज्यों में पैदा करना चाहती है।
राहुल गाँधी ने कहा कि कोलार जिले में पानी का संकट है। इस संकट को दूर करने के लिए येत्तिनहोले, येरागोल और अन्य लंबित परियोजनाओं को पूरा किया जाएगा। इसके अलावा मेकेदाटू परियोजना का कार्य पूरा हुआ तो वहां से भी पानी की आपूर्ति की जाएगी। इसके अलावा केजीएफ में सोने की खानें आरंभ करने के अलावा केजीएफ को बेंगलूरु की दूसरी राजधानी बनाया जाएगा।
इस अवसर पर प्रदेश में पार्टी मामलों के प्रभारी के.सी.वेणुगोपाल , मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या, प्रदेश कांग्रेस अध्क्षक्ष डॉ.जी.परमेश्वर, जिले के प्रभारी मंत्री के.आर.रमेश कुमार, कई मंत्री, नेता और प्रदेश कांग्रेस के विभिन्न प्रकोष्ठ के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थितथे।