कोलकाता

ईशापुर राइफल फैक्ट्री में 1.7 करोड़ का गबन, कर्मचारी गिरफ्तार

सीबीआइ ने 1.7 करोड़ रुपए के गबन के आरोप में रक्षा मंत्रालय के अधीन पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले की ईशापुर राइफल फैक्ट्री के एकाउंटेन्ट विभाग के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है।

कोलकाताSep 23, 2021 / 04:34 pm

Rabindra Rai

ईशापुर राइफल फैक्ट्री में 1.7 करोड़ का गबन, कर्मचारी गिरफ्तार

सीबीआइ को और अधिकारियों के शामिल होने का संदेह
इच्छापुर. सीबीआइ ने 1.7 करोड़ रुपए के गबन के आरोप में रक्षा मंत्रालय के अधीन पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले की ईशापुर राइफल फैक्ट्री के एकाउंटेन्ट विभाग के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। उसका नाम मधुसूदन मुखर्जी है। सीबीआइ अधिकारियों को इस मामले में और अधिकारियों के शामिल होने का संदेह है। सीबीआइ सूत्रों के अनुसार मधुसूदन ने वर्ष 2012 और 2016 के बीच उक्त रुपए का गबन किया। फैक्ट्री के विजिलेंस विभाग की ओर से 2017 में सीबीआइ में शिकायत दर्ज की गई थी। सीबीआइ मामले की जांच कर रही है। सीबीआइ अधिकारियों ने मधुसूदन को पूछताछ के लिए तलब किया था। पूछताछ में उसके बयान में विसंगति पाई गई। फिर कड़ाई से पूछताछ करने पर वह टूट गया। विस्तृत जांच की जा रही है।

यूं किया गबन
सीबीआइ अधिकारियों के अनुसार जांच में पाया गया कि स्टेट प्रोफेशनल टैक्स का भुगतान करने के लिए फैक्ट्री के विभिन्न बैंक खातों से नकदी निकाली गई। आरोपी ने नकदी को जमा नहीं कराया, उसे अपने पास रख लिया। फिर चेक जारी कर फैक्ट्री के खाते से टैक्स का भुगतान किया। मामले में भारतीय दंड विधान (भादवि) की चार धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की दो धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

यह है मामला
2016 में इच्छापुर राइफल फैक्ट्री से हथियारों के पुर्जे की तस्करी का मामला सामने आया था। जांच में पता चला था कि हथियारों के पुर्जे माओवादियों को बेचे गए थे। सीबीआइ ने मामले की जांच की थी। फैक्ट्री के कई श्रमिकों को गिरफ्तार किया गया। उसके बाद सतर्कता विभाग को वित्तीय गबन के बारे में पता चला।सतर्कता विभाग के अधिकारी गौतम मंडल ने सीबीआइ में शिकायत दर्ज कराई।
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