कोलकाता

‘एक सैनिक का कत्ल नहीं, बल्कि 125 करोड़ देशवासियों को मौत के घाट उतारने जैसा अक्षम्य अपराध’

महावीर सदन में धर्मसभा में मुनि की बेबाक टिप्पणी, -क्षोभ भरे लहजे में कहा, क्यों नहीं खोल रहा सरकार का खून?

कोलकाताSep 22, 2018 / 10:30 pm

Shishir Sharan Rahi

‘एक सैनिक का कत्ल नहीं, बल्कि 125 करोड़ देशवासियों को मौत के घाट उतारने जैसा अक्षम्य अपराध’

 
कोलकाता. पाकिस्तान सैनिकों की ओर से जम्मू के रामगढ़ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बर्बरता पूर्वक राक्षसी व्यवहार करते हुए देश के जांबाज जवान का कत्ल कर शव को क्षत-विक्षत करना एक सैनिक का कत्ल नहीं, बल्कि 125 करोड़ देशवासियों को मौत के घाट उतारने जैसा अक्षम्य अपराध है। राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश ने शनिवार को महावीर सदन में धर्मसभा को संबोधित करते हुए यह बेबाक टिप्पणी की। मुनि ने कटाक्ष करते हुए कहा आखिर कब तक हमारे जांबाज जवानों का खून बहता रहेगा? हमारी सरकार को और कितने खूनी हमलों का इंतजार है? क्षोभ भरे लहजे में उन्होंने कहा कि सरकार कब कठोर कदम उठाएगी और कहां गया 56 इंच का सीना? इतनी खून की होली होने के बावजूद सरकार का खून क्यों नहीं खौल रहा? मुनि ने कहा कि अमरीका जब पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है, तो फिर हिंदुस्तान की सरकार क्यों मूकदर्शक बनी हुई है? सरकार कब कुंभकरण की नींद से जागेगी? उन्होंने कहा कि अब तो संतों का धैर्य भी जवाब देने लगा है। सिद्धांतहीन और तुष्टीकरण की नीति ने आतंकवाद की समस्या को नासूर बना कर रखा दिया। अगर रूबिया प्रकरण में आतंकवादियों को नहीं छोड़ा जाता, तो उनके हौसले इतने बुलंद नहीं होते। कंधार कांड में आतंकवादियों के दबाव में न आते तब आज ऐसी दुर्दशा नहीं देखने को मिलती। मुनि ने कहा कि हमारी सेना पर हमें गर्व और अभिमान है। सेना को यदि खुली छूट दी जाए तो वे 70 साल की समस्या का खात्मा हमेशा-हमेशा के लिए 70 घंटों में कर सकते हैं। राष्ट्रसंत ने कहा कि हत्यारों का कोई मजहब या जाति नहीं होती, बल्कि वे मौत के सौदागर होते हैं। महज कड़ी निंदा करना, चेतावनी देना ये रटे-रटाए शब्द बोलकर सरकार हमेशा औपचारिकता निभाती है। अब केंद्र सरकार को लोकसभा में प्रस्ताव पास कर पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित कर देना चाहिए। राष्ट्रीय मुस्लिम अहिंसा मंच के प्रमुख अख्तर भाई रावल ने कहा कि इस्लाम आतंकवाद के खिलाफ है और धर्म का आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं है। कुछ सिरफिरे लोग मानवता के नाम पर कलंक हंंैं और हम सबको मिलकर उनके हौसले को पस्त करना ही शहीद जवानों को सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी। अखिल भारतीय श्वेतांबर जैन स्थानकवासी जैन कॉन्फ्रेन्स, नई दिल्ली युवा शाखा के मुख्य मार्गदर्शक पारस मोदी ने कहा कि आतंकवाद पूरे विश्व की समस्या है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी देशों को मिलकर सख्त कदम उठाना चाहिए।
—–भवानीपुर में सामूहिक क्षमापना पर्व आज

अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच नई दिल्ली के सदस्य अमृतलाल जैन ने कहा कि हत्यारे दया के पात्र नहीं हैं। सकल जैन समाज की ओर से 23 सितंबर की सुबह 9 बजे अहिंसा भवन भवानीपुर में सामूहिक क्षमापना पर्व मुनि कमलेश के सान्निध्य में मनाया जाएगा। कौशल मुनि ने मंगलाचरण किया और जिनेंद्र मेहता ने आभार व्यक्त किया। डॉ. जीएस. पीपाड़ा ने संचालन और दिलीप मेहता, अजीत राज मेहता, मनोज मेहता ने स्वागत किया।
 

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