घटना के संबंध में बताया जाता है कि पांचला होम में कुल 150 किशोर रहते हैं। सोमवार रात को पहले तल्ले में रहने वाले कि शोरों ने खिडक़ी में लगे लोहे की छड़ों को तोड़ दिया और पास में एक सुपारी के पेड़ के सहारे बारी-बारी से उतरकर 17 किशोर होम से फरार हो गए। इसकी जानकारी रात में होम प्रबंधन को अन्य किशोरों ने दी। इसके बाद होम प्रबंधन ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस व होम प्रबंधन के लोगों ने देर रात से लेकर मंगलवार सुबह तक छापामारी अभियान चलाकर ७ फरार किशोरों को बरामद कर लिया। जबकि १० का पता नहीं चल पाया है। इस घटना को लेकर स्थानीय गांव के लोगों ने प्रदर्शन किया उनका आरोप है कि वर्ष 2018 में इस होम से ठीक इसी तरह से खिडक़ी की छड़े तोड़ कर 6 किशोर भाग गए थे। 3 सितम्बर को इस होम में एक मूक बधिर किशोर को बुरी तरह पीटने की घटना को लेकर उसके परिजनों ने जमकर विरोध-प्रदर्शन किया था। इस संबंध में थाने में शिकायत की थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि होम में अब तक सात बार किशोरों के भागने की घटना घटी। उसके बाद भी यहां होम प्रबंधन की नींद नहीं खुली। गांव वालों का आरोप है कि होम में किशोरों को घटिया किस्म का खाना दिया जाता है। इसके अलावा रहने वाले किशोरों को बेरहमी से मारा पीटा जाता है। जिसके कारण मौका मिलते ही होम से किशोर फरार हो जाते हैं।