डॉक्टरों ने आंकड़ों के हवाले से कहा कि हर साल २ लाख के आसपास किडनी के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही, पर महज ३.५ हजार ही किडनी ट्रांसप्लांट हो पाता है। समुचित इलाज के अभाव में देश में जबकि केवल ४ परसेंट मरीज ही बच पाते हैं। किडनी खराब होने का सबसे मुख्य कारण डायबिटीज, हाईबीपी है।