बाघों की संख्या बढाने पर विचार- वन विभाग के मुताबिक राज्य में बाघों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया गया है। इसके तहत बाहर से बाघ लाए जा रहे है। असम से आए बाघों को अलीपुरद्वार के बक्सा टाइगर रिजर्व में रखा जाएगा। वहां रहकर वे राज्य के जंगलों के अनुकूल हो जाएंगे। जंगल के कोर एरिया में बाघों के लिए स्थाई ब्रीडिंग ग्राउंड बनाने की भी योजना है।
बाघों का प्रजनन काल जून-जुलाई से शुरू होता है।।वन विभाग ने बताया कि राज्य के विभिन्न जंगलों में हाथियों की संख्या बढ़ गई है। हिरण, बाइसन की भी संख्या ठीक ठाक है। राज्य में गैंडे भी बहुतायत मे हैं। तेंदुओं की संख्या भी बढ़ती जा रही है।
एक साथ लाएंगे
यादव ने बताया कि योजना के मुताबिक कुछ बाघों को असम से एक साथ लाया जाएगा। बदले में राज्य सरकार असम को बाइसन, गेंडा हाथी और जंगली कुत्ते देगी।
यादव ने बताया कि योजना के मुताबिक कुछ बाघों को असम से एक साथ लाया जाएगा। बदले में राज्य सरकार असम को बाइसन, गेंडा हाथी और जंगली कुत्ते देगी।