मालूम हो कि विश्वविद्यालय अनुदान अयोग की ओर से यह निर्देश है कि कॉलेज में ७५ फीसदी उपस्थिति अनिवार्य है। जिनकी उपस्थिति इससे कम होगी उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिल सकती।
इन चारों विभागाध्यक्षों का आरोप है कि प्रिंसिपल अशोक कुमार मुखोपाध्याय किसी की नहीं सुन रहे हैं। वे अपने अधिकार का गलत प्रयोग कर रहे हैं।
अशांति को छोडक़र छात्रों के भविष्य पर ध्यान दें
अपने ऊपर लगे सभी आरोपों के जवाब में रविवार को प्रिंसिपल अशोक मुखोपाध्याय ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में किसी भी प्रकार की अशांति से दूर रहना ही आवश्यक है। यह कोई नहीं चाहता कि किसी प्रकार की कोई अशांति हो। विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए यह फैसला लिया है। इसके अलावा कुछ भी स्पष्टीकरण देना नहीं चाहता। अपील है कि प्राध्यापकगण अपना इस्तीफा वापस लें।
हिंदी विश्वविद्यालय का 20वां स्थापना दिवस आज
कोलकाता. महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय का २०वां स्थापना दिवस आठ जनवरी को वर्धा मुख्यालय तथा इलाहाबाद व कोलकाता के क्षेत्रीय केंद्रों में एक साथ मनाया जाएगा।
वर्धा के स्थापना दिवस समारोह के मुख्य अतिथि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी होंगे जबकि इलाहाबाद में मुख्य अतिथि कवि नरेश सक्सेना होंगे। कोलकाता केंद्र में आठ जनवरी को आयोजित होनेवाले स्थापना दिवस समारोह की अध्यक्षता कवि केदारनाथ सिंह करेंगे। प्रो. कृपाशंकर चौबे ने बताया कि विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस व हिंदी मित्र सम्मान समारोह साल्टलेक स्थित केंद्र में आठ जनवरी को पूर्वाह्न 11 बजे आयोजित किया जाएगा। जिसमें कविता, काव्य संगीत व अनुवाद में योगदान के लिए पश्चिम बंगाल के अवर पुलिस महानिदेशक, कवि, गायक तथा अनुवादक मृत्युंजय कुमार सिंह को और ओडय़िा-हिंदी भाषा सेतुबंधन के लिए विश्वभारती, शांतिनिकेतन के प्रोफेसर डा. रवींद्रनाथ मिश्र को हिंदी मित्र सम्मान से विभूषित किया जाएगा।