आउट्राम घाट में कुछ सामाजिक संस्थाओं की ओर से १० तो कुछ की ओर से 11 जनवरी से शिविर शुरू किया गया था। अखिल भारतीय क्षत्रिय समाज की ओर से सागरद्वीप में लगाए सेवा शिविर में गंगासागर तीर्थयात्रियों की सेवा की गई तो राष्ट्रीय बिहारी समाज से लेकर हरियाणा नागरिक संघ समेत अनेक संस्थाएं तीर्थयात्रियों की सेवार्थ सेवा शिविर कार्यों में सक्रिय रही। तीर्थयात्रियों के लिये सेवा शिविर में आवास, भोजन, दूध, चाय-नाश्ता, प्राथमिक चिकित्सा आदि की व्यवस्था के साथ उन्हें गर्म कपड़े आदि भी वितरित किए गए। हर साल गंगासागर मेले के दौरान लगने वाले सेवा शिविरों में देश के विभिन्न प्रांतों से तीर्थयात्रियों में देश ही नहीं विदेशों से भी अनेक तरह के साधु-संत, नागा बाबा सागर में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे। गंगासागर जाने से पहले सभी ने आउट्रम घाट में बनने वाले अस्थाई सेवा शिविरों में निवास किया। यहां से सभी तीर्थयात्री 14 जनवरी को गंगासागर के लिए रवाना हुए और फिर वापस 15 को यहां आकर कुछ दिन रहने के बाद अपने-अपने गंतव्य स्थलों के लिए प्रस्थान किया। इस बार पिछले साल की तुलना में ज्यादा लगभग श्रद्धालु जुटे। इस बार फिजिकल नहीं बल्कि डिजिटल सिक्योरिटी पर ज्यादा जोर दिया गया था। वाई-फाई, सीसीटीवी, इंटरनेट, सोशल मीडिया के जरिए हर पल पल की नजर रखी गई।