– बारिश से पूर्व तोडऩे की कवायद होगी शुरू
– नहीं तोड़ा गया तो रहने वालों के जानमाल को खतरा हावड़ा
हावड़ा नगर निगम इलाके में कुल 400 मकानों को निगम ने जर्जर घोषित कर दिया है। इनमें 20मकान अति जर्जर हैं। इस बात की जानकारी निगम के प्रशासनिक अधिकारी बी. कृष्णा ने देते हुए बताया कि सभी जर्जर मकानों को बरसात के पूर्व तोड़ दिया जाएगा। जान जोखिम में डालकर इसमें किराएदार रह रहे हैं। कभी भी कोई हादसा हो सकता है। प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि सडक़ के किनारे कई जर्जर मकान में जिसमें किराएदार रह रहे हैं। ऐसे में उनकी जान को खतरा है। उन मकानों को जर्जर घोषित संबंधी बोर्ड लगा दिया गया जाएगा। इन जर्जर मकान के मकान मालिक और उसमें रहने वाले किराएदारों को नोटिस भेजा कर खाली करने को कहा जाएगा। निगम के पास इसमें रहने वालों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था का प्रावधान नहीं है। निगम की धारा 180 के तहत शहर के सभी 400 जर्जर मकानों को तोड़ दिया जाएगा। शहर में जो ४०० पुराने व जर्जर घोषित किए गए है। उसमें से 40 फीसदी मकान निगम के ४ नंबर बोरो में स्थित है। निगम करीब ८० फीसदी मकान मालिकों को नोटिस जारी कर चुका है। जिस समय मकान को तोड़ा जाएगा उस समय पुलिस प्रशासन की मदद ली जाएगी ताकि कोई अशांति नहीं हो। उल्लेखनीय है कि हावड़ा के वार्ड नंबर ४४ में एक जर्जर मकान तूफानी हवाओं व बारिश के कारण ढह जाने से एक महिला की मौत हो गई थी। उसके बाद ही निगम ने पूरे शहर में जर्जर मकानों की सूची 15 दिन में सौंपने को प्रत्येक बोरो को कहा गया। इस सूची के अनुसार ही कुल शहर में ४०० जर्जर मकान चिन्हित किए गए है। हावड़ा नगर निगम के वार्ड नबर ११ में सलकिया स्कूल रोड स्थित एक जर्जर मकान ढह गया जिसमें आठ लोग फंस गए थे। उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया। उल्लेखनीय है कि पुराने मकान की सूची निगम ने तो बना ली लेकिन नए कमजोर मकान की सूची बनाने का काम अभी बाकी है। त्रिपुरा राय लेन में एक निर्माणधीन मकान धंस गया। उसका एक तल्ला जमीन के अंदर धंस गया।
– नहीं तोड़ा गया तो रहने वालों के जानमाल को खतरा हावड़ा
हावड़ा नगर निगम इलाके में कुल 400 मकानों को निगम ने जर्जर घोषित कर दिया है। इनमें 20मकान अति जर्जर हैं। इस बात की जानकारी निगम के प्रशासनिक अधिकारी बी. कृष्णा ने देते हुए बताया कि सभी जर्जर मकानों को बरसात के पूर्व तोड़ दिया जाएगा। जान जोखिम में डालकर इसमें किराएदार रह रहे हैं। कभी भी कोई हादसा हो सकता है। प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि सडक़ के किनारे कई जर्जर मकान में जिसमें किराएदार रह रहे हैं। ऐसे में उनकी जान को खतरा है। उन मकानों को जर्जर घोषित संबंधी बोर्ड लगा दिया गया जाएगा। इन जर्जर मकान के मकान मालिक और उसमें रहने वाले किराएदारों को नोटिस भेजा कर खाली करने को कहा जाएगा। निगम के पास इसमें रहने वालों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था का प्रावधान नहीं है। निगम की धारा 180 के तहत शहर के सभी 400 जर्जर मकानों को तोड़ दिया जाएगा। शहर में जो ४०० पुराने व जर्जर घोषित किए गए है। उसमें से 40 फीसदी मकान निगम के ४ नंबर बोरो में स्थित है। निगम करीब ८० फीसदी मकान मालिकों को नोटिस जारी कर चुका है। जिस समय मकान को तोड़ा जाएगा उस समय पुलिस प्रशासन की मदद ली जाएगी ताकि कोई अशांति नहीं हो। उल्लेखनीय है कि हावड़ा के वार्ड नंबर ४४ में एक जर्जर मकान तूफानी हवाओं व बारिश के कारण ढह जाने से एक महिला की मौत हो गई थी। उसके बाद ही निगम ने पूरे शहर में जर्जर मकानों की सूची 15 दिन में सौंपने को प्रत्येक बोरो को कहा गया। इस सूची के अनुसार ही कुल शहर में ४०० जर्जर मकान चिन्हित किए गए है। हावड़ा नगर निगम के वार्ड नबर ११ में सलकिया स्कूल रोड स्थित एक जर्जर मकान ढह गया जिसमें आठ लोग फंस गए थे। उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया। उल्लेखनीय है कि पुराने मकान की सूची निगम ने तो बना ली लेकिन नए कमजोर मकान की सूची बनाने का काम अभी बाकी है। त्रिपुरा राय लेन में एक निर्माणधीन मकान धंस गया। उसका एक तल्ला जमीन के अंदर धंस गया।