-विश्व का सिरमौर बने इस योजना पर 7000 करोड़ से अधिक किया खर्च
कोलकाता.
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो तथा पश्चिम बंगाल की CM Mamata Banerjee ने कहा कि ‘कन्याश्री योजना’ से राज्य में अब तक करीब 60 लाख कन्याओं को लाभ पहुंचा है। दक्षिण कोलकाता के Najrul Manch पर बुधवार को आयोजित ‘कन्याश्री दिवस’ कार्यक्रम में ममता ने कहा कि वर्ष 2013 में राज्य सरकार ने कन्याश्री योजना को लागू किया था। नारी शिक्षा को बढ़ावा देने तथा स्कूलों में लड़कियों का Drop out कम करने के उद्देश्य से चलाए गए इस योजना के पीछे सरकार ने अब तक 7000 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
कोलकाता.
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो तथा पश्चिम बंगाल की CM Mamata Banerjee ने कहा कि ‘कन्याश्री योजना’ से राज्य में अब तक करीब 60 लाख कन्याओं को लाभ पहुंचा है। दक्षिण कोलकाता के Najrul Manch पर बुधवार को आयोजित ‘कन्याश्री दिवस’ कार्यक्रम में ममता ने कहा कि वर्ष 2013 में राज्य सरकार ने कन्याश्री योजना को लागू किया था। नारी शिक्षा को बढ़ावा देने तथा स्कूलों में लड़कियों का Drop out कम करने के उद्देश्य से चलाए गए इस योजना के पीछे सरकार ने अब तक 7000 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न स्कूलों से आई लड़कियों, उनके अभिभावकों तथा स्कूल के शिक्षक- शिक्षिकाओं को सम्बोधित करते हुए ममता ने कहा कि ‘कन्याश्री’ छात्रवृत्ति से लड़कियों को स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में अपने सपने पूरे करने में मदद मिली। इससे पहले बुधवार सुबह सोशल नेटवर्क ट्वीटर पर ममता ने लिखा कि “आज ‘कन्याश्री दिवस’ है, बंगाल के लिए एक खास दिन। ‘कन्याश्री’ योजना 2013 में शुरु हुई थी, इसे संयुक्त राष्ट्र (प्रथम पुरस्कार) से पुरस्कार भी मिले हैं। ममता ने कहा कि लड़कियां हमारे राज्य, हमारे देश और विश्व के लिए बहुमूल्य है।
ममता ने दावा किया कि ‘कन्याश्री’ योजना के अंतर्गत मिलने वाली सहायता राशि लड़कियों को स्कूल से कॉलेज और फिर विवि. तक ले जाती है जहां वे भारत की स्वतंत्र महिलाएं बनती हैं। इस पहल से बंगाल में 60 लाख से अधिक लड़कियां सशक्त बनी हैं। उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र ने २०१७ में ममता बनर्जी सरकार को ‘कन्याश्री’ योजना के जरिए जन सेवा करने को लेकर सम्मानित किया था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस पुरस्कार को खुद ग्रहण किया था।