क्या है मामला
गत 10 जनवरी को आरोपियों ने दिल्ली के विवेक विहार के व्यवसायी शान्तनु शर्मा को बिटकॉइन दिलाने का झांसा दिय। शिवशंकर दास ने खुद का नाम अशोक राय बताया। साल्टलेक के कॉफी शाप के पास शान्तनु को बुलाया। आरोपी शिवशंकर दास, अमल राय, बुलबुल शेख तथा घनश्याम मिस्री ने शान्तनु से कहा कि वे जितने रुपए देंगे उसके दोगुने हम बिटकॉइन देंगे। इस लालच में व्यवसायी ने 61 लाख 85 हजार रुपए आरोपियों को दिए। रुपए मिलते ही सारे आरोपियों ने फोन को बन्द कर दिया। ठगे जाने के बाद गत 11 फरवरी को पीडि़त ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।
गत 10 जनवरी को आरोपियों ने दिल्ली के विवेक विहार के व्यवसायी शान्तनु शर्मा को बिटकॉइन दिलाने का झांसा दिय। शिवशंकर दास ने खुद का नाम अशोक राय बताया। साल्टलेक के कॉफी शाप के पास शान्तनु को बुलाया। आरोपी शिवशंकर दास, अमल राय, बुलबुल शेख तथा घनश्याम मिस्री ने शान्तनु से कहा कि वे जितने रुपए देंगे उसके दोगुने हम बिटकॉइन देंगे। इस लालच में व्यवसायी ने 61 लाख 85 हजार रुपए आरोपियों को दिए। रुपए मिलते ही सारे आरोपियों ने फोन को बन्द कर दिया। ठगे जाने के बाद गत 11 फरवरी को पीडि़त ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।
ऐसे आए पकड़ में
जांच करते हुए पुलिस ने सबसे पहले घनश्याम मिस्री को गिरफ्तार किया। उससे पूछताछ के बाद अलग-अलग जगह से बाकी को गिरफ्तार किया गया है। इस घटना का मास्टरमाइंड शिवशंकर है। पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है। बिटकॉइन को लेकर इन दिनों ठगी बढ़ गई है।
जांच करते हुए पुलिस ने सबसे पहले घनश्याम मिस्री को गिरफ्तार किया। उससे पूछताछ के बाद अलग-अलग जगह से बाकी को गिरफ्तार किया गया है। इस घटना का मास्टरमाइंड शिवशंकर है। पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है। बिटकॉइन को लेकर इन दिनों ठगी बढ़ गई है।