संयुक्त पुलिस आयुक्त (क्राइम) प्रवीण त्रिपाठी के साथ आला अधिकारी मौके ए वारदाता पर पहुंचे। घटना की जांच-पड़ताल की गई। पड़ोसियों से पूछताछ में पता चला कि वृद्धा फ्लैट में अकेले ही रहती थी। उनके घर पर उनका ड्राइवर, न्यूज पेपर विक्रेता, नौकरानी, माली के अलावा उसकी छोटी बहन अपने पति के साथ आती थी। इनलोगों के अवाला अन्य किसी को वृद्धा से कभी मिलते नहीं देखा गया। त्रिपाठी के मुताबिक, वृद्धा का ख्याल उनकी छोटी बहन और उसके पति रखते थे। ये लोग अम्हस्र्ट पुलिस थाना इलाके में रहते हैं। पुलिस ने अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। त्रिपाठी ने बताया कि चोरी के इरादे से महिला की हत्या नहीं हुई है। फ्लैट में सभी सामान अपने-अपने स्थान पर है। यहां तक की महिला के हाथ में सोने के चुडिय़ां भी सलामत है। प्रथम दृष्टया से यह स्पष्ट है कि चोरी के इरादे से महिला की हत्या नहीं की गई है। वद्धा की हत्या किसी खास मकसद से किसी परिचित व्यक्ति ने की है।
श्यामली घोष (७५) १९७७ से १४१/१ जोधपुर पार्क स्थित अपार्टमेंट के थर्ड फ्लोर पर रहती थी। वह त्रिवेणु ट्शिुज नाम की एक नामी कंपनी से सेवानिवृत हो गई थी। उनके पिता भी इस कंपनी के कर्मचारी थे। पिता की जगह पर ही उन्हें नौकरी मिली थी। श्यामली की छोटी बहन के मुताबिक बड़ी बहन का खर्च उन्हें ही वहन करना पड़ता था। पुलिस ने बताया कि मृतक का मोबाइल फोन नहीं मिल रहा है। उन्होंने आखिरी बार किससे फोन पर बात की थी, किसको फोन किया था? उनसे आखिरी बार कौन मिला था? इसकी जांच पुलिस कर रही है। फ्लैट में सीसीटवी कैमरा नहीं होने से जांच में दिक्कत आ रही है।