12 हजार के स्थान पर मिल रहा 4 हजार रुपए वेतन कंप्यूटर शिक्षकों का आरोप है कि कम्प्यूटर शिक्षकों को एक तिहाई वेतन मिल रहा है। सरकारी नियमों के अनुसार उन्हें 12 हजार 500 रुपए वेतन मिलना चाहिए पर इसके बदले में उन्हें 4 हजार 500 रुपए वेतन मिल रहा है। आखिर कंपनी पैसे क्यों नहीं दे रही है। अगर कंपनी दिवालिया हो गई है, तो सरकार इसका हल क्यों नहीं निकालती। वर्ष 2013 में साढ़े 6 हजार ठेका शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी। कांस्टॉनिया बिल्डिंग स्थित एक कंपनी के माध्यम से कम्प्यूटर शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी। गत वर्ष के फरवरी माह में ही इनका ठेका समाप्त हो गया, उसके बाद उसे बढ़ाया ही नहीं गया। सरकार की इसी उदासीनता के क ारण कम्प्यूटर शिक्षकों का भविष्य अधर में पड़ गया है। सरकार का इस पर कोई ध्यान नहीं है। इसके पहले भी कई बार कम्प्यूटर शिक्षकों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, शिक्षामंत्री तक गुहार लगाई पर कुछ भी नहीं हुआ।