देश में 10,000 से कम तो बंगाल में 12,821 पर बैंक की एक शाखा
आर्थिक समृद्धि लाने के लिए अक्सर गांवों को बैंकिंग सुविधाएं देने पर जोर दिया जाता है, पर अब भी पश्चिम बंगाल के कई गांव बैंकिंग सेवा से वंचित हैं। राज्य की 3,351 ग्राम पंचायतों में से 451 ग्राम पंचायतों में 5 किमी के दायरे में कोई बैंक नहीं है।
कोलकाता
Published: June 21, 2022 12:39:54 am
राज्य के कई गांव आज भी बैंकिंग सेवा से वंचित
पांच किमी के दायरे में 451 ग्राम पंचायतों में बैंक नहीं
पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की स्थायी समिति की रिपोर्ट में खुलासा
रवीन्द्र राय
कोलकाता. आर्थिक समृद्धि लाने के लिए अक्सर गांवों को बैंकिंग सुविधाएं देने पर जोर दिया जाता है, पर अब भी पश्चिम बंगाल के कई गांव बैंकिंग सेवा से वंचित हैं। राज्य की 3,351 ग्राम पंचायतों में से 451 ग्राम पंचायतों में 5 किमी के दायरे में कोई बैंक नहीं है। देश में 10,000 से कम तो बंगाल में 12,821 लोगों पर बैंक की एक शाखा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की स्थायी समिति की रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है। हाल में समिति ने अपनी पेश रिपोर्ट में केंद्र से राष्ट्रीयकृत बैंकों को बंगाल के दूर दराज इलाकों में शाखाएं खोलने का निर्देश देने का अनुरोध किया है। समिति ने राज्य में अधिक बैंक शाखाएं खोलने की सिफारिश की है। समिति की रिपोर्ट के अनुसार बैंक शाखा या इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक गांवों के क्रमश: 5 किमी और 10 किमी के दायरे में होना चाहिए।
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प्रस्ताव के बावजूद बैंक नहीं आए आगे
राज्य सरकार ने समिति के फैसले को सकारात्मक तरीके से लिया है। सरकार ने पंचायत कार्यालयों और कृषक बाजारों में एक रुपए के वार्षिक किराए पर जगह देकर बैंक शाखाएं स्थापित करने के लिए समेत कई प्रस्ताव दिए हैं। इस प्रस्ताव के बावजूद बैंक आगे नहीं आए। इस कारण बड़ी संख्या में ग्राम पंचायतों में अभी भी बैंक नहीं हैं।
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इस कारण बैंक जरूरी
सूत्रों ने कहा कि परिषद सभी बैंक रहित गांवों को राज्य और केंद्र द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं के रूप में कवर करने पर जोर दे रही है, जहां धन सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में स्थानांतरित किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक होने पर विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को भुगतान प्राप्त करने में परेशानी नहीं होगी।
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बैंकिंग आउटलेट कम
समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बंगाल के सभी गांवों को बैंकिंग आउटलेट जैसे बैंकिंग संपर्क या ग्राहक सेवा बिंदु (सीएसपी) के माध्यम से कवर किया गया है। ये बैंकिंग आउटलेट आरबीआई के दिशानिर्देशों का पूरी तरह से अनुपालन करते हैं। लेकिन इनकी संख्या कम है। इसलिए जब तक ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक शाखाएं नहीं खुलती तब तक ग्रामीण लोगों को उचित बैंकिंग सेवाएं प्रदान नहीं की जा सकती है।
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देश में बैंकों पर एक नजर
12 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक
22 निजी क्षेत्र के बैंक
46 विदेशी बैंक
56 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
1485 शहरी सहकारी बैंक
96,000 ग्रामीण सहकारी बैंक
213,145 एटीएम देश में
(सितंबर 2021 तक के आंकड़े)
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इनका कहना है
राज्य में उद्योग हितैषी माहौल नहीं है। बंगाल के गांव कम विकसित हैं। गांवों के लोगों के ऋण लेने तथा क्रय क्षमता कम है। इसलिए अधिकतर बैंक राज्य के गांवों के आसपास अपनी शाखाएं खोलना नहीं चाहते हैं।
धनपत अग्रवाल, अर्थशास्त्री

देश में 10,000 से कम तो बंगाल में 12,821 पर बैंक की एक शाखा
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