मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को वह बच्ची के घर गया था। घर में बच्ची को अकेला पाकर उसने उसे अमरुद खिलाने का प्रलोभन दिया और अपने साथ ले गया। उसके बाद से बच्ची लापता थी। सोमवार की शाम से ही नरेंद्रपुर थाने की पुलिस बच्ची व असगर की तलाश में जुटी हुई थी। दूसरे जिलों में तलाशी चलाने के साथ ही इलाके से सटे जंगल में और आस-पास के इलाकों में भी बच्ची को तलाशने के लिए ड्रोन की सहायता ली गई। बावजूद इसके पुलिस उनके बारे में कुछ पता नहीं लगा पाई। इसकी वजह से स्थानीय लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा था।
जांच में जुटी पुलिस को आखिरकार शनिवार को असगर के सोनारपुर इलाके में रहने का पता चला। जिसके बाद पुलिस ने उसे दबोचा। पुलिस सूत्रों के अनुसार उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। अदालत में पेश कर पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए अपनी हिरासत में ले लिया है।