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बीमारी पर भारी पड़ा लोकतंत्र का उत्साह

locationकोलकाताPublished: May 19, 2019 09:45:09 pm

Submitted by:

Shishir Sharan Rahi

प्रवासी राजस्थानी ने दिखाया जोश, जज्बा-जुनून—बंगाल में 7वें और अंतिम चरण में 9 लोकसभा सीटों का चुनाव—लकवा ग्रस्त होने के बावजूद 74 वर्षीया आत्माराम ने लोकतंत्र उत्सव में हिस्सा लिया—–पत्रिका के साथ खास बातचीत में कहा, देशहित में मतदान जरूरी

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बीमारी पर भारी पड़ा लोकतंत्र का उत्साह

कोलकाता. 17वें लोकसभा चुनाव के 7वें और अंतिम चरण में रविवार को बंगाल की 9 लोकसभा सीटों में हुए मतदान के तहत उत्तर कोलकाता लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में भी मतदाताओं ने उमंग-उत्साह के साथ लोकतंत्र के उत्सव में हिस्सा लिया। कोलकाता के मिनी राजस्थान के नाम से मशहूर बड़ाबाजार के कलाकार स्ट्रीट, रवीन्द्र सरणी सहित अनेक स्थानों में प्रवासी राजस्थानियों सहित नए और बुजुर्ग मतदाताओं ने भी जोश, जज्बा-जुनून के साथ मतदान किया। असाध्य रोग से ग्रसित होने के बावजूद कुछ ऐसे मतदाता भी मतदान केंद्र पहुंचे, जिन्होंने लोकतंत्र के उत्सव पर बीमारी को हावी नहीं होने दिया और उमंग-उत्साह के साथ बगैर किसी दबाव के वोट डाले। सत्यनारायण पार्क, कलाकार स्ट्रीट, सर हरिराम गोयनका स्ट्रीट, तारा सुंदरी पार्क, रवीन्द्र सरणी आदि स्थानों में यह नजारा दिखा। लगभग सभी स्थानों पर मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। कलाकार स्ट्रीट के समीप फूलचंद मुकीमचंद धर्मशाला में बने मतदान केंद्र में लकवा से ग्रस्त होने के बावजूद ७४ वर्षीया प्रवासी राजस्थानी आत्मराम जयपुरिया ने उमंग-उत्साह के साथ लोकतंत्र उत्सव में हिस्सा लिया। पत्रिका संवाददाता के साथ खास बाचतीत में उन्होंने कहा कि तेज गर्मी और अपनी बीमारी की परवाह नहीं करते हुए उन्होंने देशहित में मतदान करना उचित समझा। उन्होंने कहा कि २०१७ में ही वे लकवा से ग्रस्त हो गए थे। उनके साथ उनकी पत्नी राजकुमारी जयपुरिया (६९) ने भी मतदान किया। पत्रिका से बातचीत में उन्होंने कहा कि वे हमेशा मतदान करते हैं, चाहे वो स्थानीय निकाय का चुनाव हो या लोकसभा-विधानसभा का। उन्होंने कहा कि हर रोज आम नागरिक खुद के लिए या परिवार के लिए बाहर निकल कर भरण-पोषण करते है। यह चुनाव का समय ही होता है जब मतदाता को सही उम्मीदवार को चुनने और देशहित में एक सशक्त और मजबूत सरकार चुनने का अवसर मिलता है। इसलिए वोट देना एक जागरूक-जिम्मेदार मतदाता की राष्ट्रभक्ति को दर्शाता है। उनके पड़ोसी किरीट मोदी (व्यवसायी) ने उन्हें सहारा देते हुए मतदान केंद्र तक लाने में सहयोग किया। इसी तरह सत्यनारायण पार्क के समीप स्थित दिगंबर जैन स्कूल पोलिंग बूथ में महेश कुमार पारोलिया (६५) सहित कई वरिष्ठ नागरिकों ने भी गर्मी की परवाह न कर काफी संख्या में मतदान किया।
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