—–यूरोपीय छात्रों ने यहीं सीखा था संस्कृत, फारसी, अरबी, खगोल विज्ञान, भूविज्ञान का पाठ
यूरोपीय छात्रों के 37 बैच ने संस्कृत, फारसी, अरबी, खगोल विज्ञान, भूविज्ञान और वनस्पति विज्ञान का पाठ सीखा। इस हाउस में आज वाटर पंपिंग स्टेशन है। पम्पिंग स्टेशन परिसर देखने से न केवल एल्डीन हाउस के प्रति उपेक्षा की भयावहता का पता चलता है बल्कि यह भी पता चलता है कि हमारा गौरवशाली इतिहास कैसे आज अज्ञानता में खो गया है। यही वह जगह है जहां विलियम कैरी ने 37 छात्रों के साथ संस्था की स्थापना की थी। यह मूल रूप से डेविड ब्राउन की संपत्ति थी, जो ईस्ट इंडिया कंपनी के एक पादरी थे और जिन्होंने कलकत्ता बाइबल सोसायटी की स्थापना की थी। ब्राउन 1802 से 1813 तक एल्डीन हाउस में रहे। कैरी ने अपने सहयोगियों जे. मार्शमैन और डब्ल्यू. वार्ड के साथ श्रीरामपुर कॉलेज की स्थापना की थी। भाषाओं के साथ भू-विज्ञान के विशेषज्ञ कैरी ने 1831 तक फोर्ट विलियम कॉलेज में बतौर बांग्ला प्रोफेसर सेवाएं भी दी। वर्तमान में 93 शिक्षण कर्मियों और 3500 छात्र-छात्राओं सहित इस कॉलेज में थियोलॉजी में 165 विद्यार्थी और 15 शिक्षक हैं।