उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी राज्य पर अपना कब्जा बनाए रखने के लिए पुलिस का दुरुपयोग कर रही हैं। वे उस अधिकारी के लिए धरने पर बैठीं थी जिससे सीबीआई घोटाले के संबंध में पूछताछ करना चाहती थी। उन्होंने अपनी गरिमा खो दी है। बाबुल सुप्रियो ने ममता बनर्जी के भाजपा शासन को ‘सुपर इमरजेंसी’ का युग करार देने की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि तृणमूल सुप्रीमो और राज्य की मुख्यमंत्री अब अपने अपराधों को स्वीकार कर रही हैं। कटमनी का मामला फूट चुका है। राज्य में सुपर इमरजेंसी लगाकर मानवता के खिलाफ जघन्य अपराध किए गए हैं। राज्य के युवाओं से विरोध करने के उनके अधिकार को लूट लिया गया।
ममता ने ट्वीट किया कि अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस पर एक बार और हम अपने उन संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करने का संकल्प लें, जिस पर देश की नींव रखी गई थी। उन्होंने कहा कि घोर आपातकाल के दौर में हमें वह सभी चीजें करनी चाहिए जिससे हम संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा कर सकते हैं। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख कई बार कह चुकी हैं कि देश केंद्र में भाजपा नीत राजग सरकार के शासन में सुपर इमरजेंसी जैसे हालात से गुजर रहा है।