न्यूटाउन निवासी अधिवक्ता रजत पाल दे हत्या में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस के लिए एक-एक कर गुत्थियों को सुलझाना मुश्किल हो रहा है। शनिवार को फिर पुलिस ने अनिंदिता से पूछताछ की। उसके बयान को दर्ज कर घटनाक्रम से मिलाकर देखा गया। पुलिस के साइबर एक्सपर्ट के सूत्रों ने बताया कि अंनिदिता कई महीनों से गूगल में यह सर्च कर रही थी कि गला दबाकर कैसे मारा जाता है। एक या दो दिन नहीं बल्कि कई महीनों से वह इसके बारे में हर एक बारीकी को जानने के लिए अध्यन कर रही थी। साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि गूगल सर्च पर उसने इसे सर्च किया व घटना से पहले उसने सर्च हिस्ट्री डिलीट कर दी। अनिंदिता को डर था कि कहीं किसी को इस बात का पता नहीं लग जाए। इसके साथ ही वह क्राइम रिर्पोटों से जुड़ी किताबें भी पढ़ा करती थी। इस प्रकार महीनों तक पढऩे व सोचने के बाद उसने रजत की मौत को अंजाम दिया।
अभी भी पुलिस को गुमराह करने की कोशिश पुलिस सूत्रों ने बताया कि इतनी जांच के बाद भी अनिंदिता के बयान में विसंगति पाई जा रही है। पुलिस को संदेह है कि अभी भी अपने बयान से अनिंदिता पुलिस को गुमराह कर रही है। अनिंदिता के बयान पर अभी भरोसा नहीं किया जा सकता। पहले भी अनिंदिता ने पुलिस को गुमराह किया है। पुलिस का कहना है कि चार्जर से इतनी आसानी से जान ले लेना संदेहजनक है। दोनों ही समृद्ध परिवार के थे, ऐसे में सिर्फ गुस्से में आकर ऐसा कदम उठाना कठिन है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।