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अर्जुन के सामने अब ममता का चक्रव्यूह तोडऩे की चुनौती

locationकोलकाताPublished: May 05, 2019 10:46:39 pm

Submitted by:

Rabindra Rai

बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र: कभी भेदा था माकपा का किला

kolkata

अर्जुन के सामने अब ममता का चक्रव्यूह तोडऩे की चुनौती

बैरकपुर. कभी माकपा का किला भेदने वाले अर्जुन सिंह के सामने अब ममता दीदी का चक्रव्यूह तोडऩे की चुनौती है। वे बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र में इस बार मोदी रूपी रथ पर सवार होकर क्षेत्र में पहली बार कमल खिलाने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा प्रत्याशी के रूप में उनका सामना 2016-17 के सर्वश्रेष्ठ सांसद, पूर्व रेल मंत्री तथा मौजूदा सांसद दिनेश त्रिवेदी से है। चार बार के विधायक और दबंग हिन्दी भाषी नेता सिंह के साथ मैदान में माकपा की गार्गी चटर्जी और कांग्रेस के मोहम्मद आलम भी अपनी उपस्थिति का अहसास करा रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी त्रिवेदी लगातार तीसरी बार जीत हासिल करने के लिए एड़ी चोटी का पसीना एक कर रहे हैं। ऐसे में चुनावी मुकाबला बेहद दिलचस्प माना जा रहा है। अब देखना है कि अर्जुन लक्ष्य पर निशाना साधते हैं या त्रिवेदी दीदी ममता बनर्जी की लोकप्रियता के सहारे हैट्रिक बनाते हैं। अर्जुन सिंह लम्बे समय तक त्रिवेदी के खास रहे हैं, पर क्षेत्र से पार्टी टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने तृणमूल प्रमुख और सीएम ममता बनर्जी का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है। वर्ष 2009 और 2014 में त्रिवेदी के लिए इसी सीट से चुनाव प्रचार का जिम्मा संभालने वाले और उनकी जीत में अहम योगदान देने वाले अर्जुन सिंह इस बार बाजी मारने के लिए हर जरूरी व्यूह रच रहे हैं।
त्रिवेदी ने 2009 में माकपा के कद्दावर नेता और लगातार 6 बार के सांसद रहे तडि़त बरन तोपदार की जीत के रथ को रोक दिया था। उन्होंने तोपदार को 56,024 वोटों के अंतर से पराजित किया था। त्रिवेदी के यहां से जीतने के बाद पार्टी में उनका कद कितना ऊंचा हो चुका था इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि ममता बनर्जी के 2011 में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनने के बाद त्रिवेदी ने उनकी जगह मनमोहन सिंह सरकार में रेलमंत्री का पदभार संभाला था।
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