तकनीक और सुविधाओं से लैस है सेन्टर
रुपाणी ने कहा कि राज्य के 54,000 प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों, 3 लाख से अधिक शिक्षकों और एक करोड़ से अधिक विद्यार्थियों के ढांचे की सुनियोजित देखरेख के लिए अब इस कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की नई इमारत को अत्याधुनिक तकनीक और सुविधाओं से लैस किया गया है। नए कमांड एंड कंट्रोल सेंटर 2.0 में आने वाले डाटा का मशीन लर्निंग और विजुअल पॉवर सी-क्यूब टूल के जरिए विश्लेषण किया जाएगा। सेंटर में उपलब्ध कराई गई अद्यतन सुविधा से शिक्षक और विद्यार्थी की ऑनलाइन रियल टाइम उपस्थिति की जानकारी मिलेगी। साथ ही राज्य स्तर पर जिलेवार तथा पाठ्यक्रमवार जानकारी, शिक्षा पर्फॉर्मेंस के आधार पर दी जा सकती है।
रुपाणी ने कहा कि राज्य के 54,000 प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों, 3 लाख से अधिक शिक्षकों और एक करोड़ से अधिक विद्यार्थियों के ढांचे की सुनियोजित देखरेख के लिए अब इस कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की नई इमारत को अत्याधुनिक तकनीक और सुविधाओं से लैस किया गया है। नए कमांड एंड कंट्रोल सेंटर 2.0 में आने वाले डाटा का मशीन लर्निंग और विजुअल पॉवर सी-क्यूब टूल के जरिए विश्लेषण किया जाएगा। सेंटर में उपलब्ध कराई गई अद्यतन सुविधा से शिक्षक और विद्यार्थी की ऑनलाइन रियल टाइम उपस्थिति की जानकारी मिलेगी। साथ ही राज्य स्तर पर जिलेवार तथा पाठ्यक्रमवार जानकारी, शिक्षा पर्फॉर्मेंस के आधार पर दी जा सकती है।
जी-शाला एप का प्रारंभ
मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य में कोरोना संकट काल में ‘स्कूल बंद, शिक्षा नहीं’ के ध्येय मंत्र के साथ विद्यार्थियों की घर बैठे पढ़ाई यानी होम लर्निंग के अभिनव प्रोजेक्ट- जी-शाला (गुजरात-स्टूडेंट होलिस्टिक एडप्टिव लर्निंग एप) का भी प्रारंभ किया गया। इस प्रोजेक्ट में पहली कक्षा से लेकर बारहवीं तक के विद्यार्थियों के लिए ई-कंटेंट और लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम तैयार किया गया है। योजना के अनुसार कक्षा पहली से बारहवीं तक के स्मार्ट फोन या टैबलेट रखने वाले विद्यार्थी होम लर्निंग के अंतर्गत लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम जी-शाला एप और ई-कंटेंट के जरिए शिक्षा प्राप्त करेंगे। ई-कंटेंट में एनिमेटेड वीडियो, प्रयोगों का सिमुलेशन यानी अनुकरण, स्व अध्ययन, स्व मूल्यांकन मॉड्यूल और संदर्भ-पूरक सामग्री उपलब्ध कराई गई है। इन सुविधाओं को विद्यार्थी किसी भी डिवाइस या प्लेटफॉर्म से एक्सेस कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य में कोरोना संकट काल में ‘स्कूल बंद, शिक्षा नहीं’ के ध्येय मंत्र के साथ विद्यार्थियों की घर बैठे पढ़ाई यानी होम लर्निंग के अभिनव प्रोजेक्ट- जी-शाला (गुजरात-स्टूडेंट होलिस्टिक एडप्टिव लर्निंग एप) का भी प्रारंभ किया गया। इस प्रोजेक्ट में पहली कक्षा से लेकर बारहवीं तक के विद्यार्थियों के लिए ई-कंटेंट और लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम तैयार किया गया है। योजना के अनुसार कक्षा पहली से बारहवीं तक के स्मार्ट फोन या टैबलेट रखने वाले विद्यार्थी होम लर्निंग के अंतर्गत लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम जी-शाला एप और ई-कंटेंट के जरिए शिक्षा प्राप्त करेंगे। ई-कंटेंट में एनिमेटेड वीडियो, प्रयोगों का सिमुलेशन यानी अनुकरण, स्व अध्ययन, स्व मूल्यांकन मॉड्यूल और संदर्भ-पूरक सामग्री उपलब्ध कराई गई है। इन सुविधाओं को विद्यार्थी किसी भी डिवाइस या प्लेटफॉर्म से एक्सेस कर सकेंगे।