– वारदात के दौरान दोनों शराब के नशे में थे हावड़ा
सांकराईल के हाटगाछा शितलातल्ला में शेखर मल्लिक की हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपी बबलू अधिकारी ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल लिया है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने शराब के नशे में शेखर की हत्या कर दी क्योंकि शराब पीने के बाद शेखर उसकी पत्नी को गाली देता था जिसे वह बर्दाश्त नहीं कर पाया। पेशे से इंजन वैन चालक बबलू अधिकारी प्रतिदिन अपने घर से दूर शेखर मल्लिक के घर के पास जाकर शराब पीता था। उसकी मंशा शेखर की हत्या करने की नहीं थी। वह जब उसकी पत्नी को गाली देने लगा तो उसने गुस्से में आकर उस पर ईंट व लाठी से वार कर दिया वह गिर गया। उसके बाद वह चला गया। सुबह उसके मरने की खबर के बाद वह घर से फरार हो गया। वह शेखर की मरने की खबर से डर गया था। पुलिस ने उसके रिश्तेदारों से फोन कराकर और फोन को ट्रेप कर पकड़ लिया। उसे मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने सोमवार सुबह शेखर मल्लिक का शव बरामद किया था। जो पूरी तरह से खून से सने हुए अवस्था में पाया गया। पुलिस ने कहा कि यह कोई राजनीतिक हिंसा की घटना नहीं है। शेखर व बबलू दोनों ही शराबी थे। प्रतिदिन एक साथ ही शराब पीते थे। गांव में शिवरात्री के उपलक्ष्य में प्रसाद खाने के बाद दोनों ही साथ में शराब पी रहे थे। उसी दौरान शेखर ने बबलू की पत्नी को गाली देने लगा उसके बाद ही उसकी हत्या की गई। हालांकि यह बात सही है कि दोनों अलग-अलग राजनीतिक दल के समर्थक थे।
सांकराईल के हाटगाछा शितलातल्ला में शेखर मल्लिक की हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपी बबलू अधिकारी ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल लिया है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने शराब के नशे में शेखर की हत्या कर दी क्योंकि शराब पीने के बाद शेखर उसकी पत्नी को गाली देता था जिसे वह बर्दाश्त नहीं कर पाया। पेशे से इंजन वैन चालक बबलू अधिकारी प्रतिदिन अपने घर से दूर शेखर मल्लिक के घर के पास जाकर शराब पीता था। उसकी मंशा शेखर की हत्या करने की नहीं थी। वह जब उसकी पत्नी को गाली देने लगा तो उसने गुस्से में आकर उस पर ईंट व लाठी से वार कर दिया वह गिर गया। उसके बाद वह चला गया। सुबह उसके मरने की खबर के बाद वह घर से फरार हो गया। वह शेखर की मरने की खबर से डर गया था। पुलिस ने उसके रिश्तेदारों से फोन कराकर और फोन को ट्रेप कर पकड़ लिया। उसे मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने सोमवार सुबह शेखर मल्लिक का शव बरामद किया था। जो पूरी तरह से खून से सने हुए अवस्था में पाया गया। पुलिस ने कहा कि यह कोई राजनीतिक हिंसा की घटना नहीं है। शेखर व बबलू दोनों ही शराबी थे। प्रतिदिन एक साथ ही शराब पीते थे। गांव में शिवरात्री के उपलक्ष्य में प्रसाद खाने के बाद दोनों ही साथ में शराब पी रहे थे। उसी दौरान शेखर ने बबलू की पत्नी को गाली देने लगा उसके बाद ही उसकी हत्या की गई। हालांकि यह बात सही है कि दोनों अलग-अलग राजनीतिक दल के समर्थक थे।