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मार्केट का अधिकांश हिस्सा अब भी सुरक्षित

locationकोलकाताPublished: Sep 18, 2018 10:58:03 pm

Submitted by:

Paritosh Dube

दुकानदारों का दावा, कहा कई ब्लाकों पर कोई असर नहीं – व्यवसायियों की मानें तो अग्रिशमन के बाद शुरू होगी असली मुश्किल

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मार्केट का अधिकांश हिस्सा अब भी सुरक्षित

कोलकाता. लगभग एक हजार दुकानों वाले बागड़ी मार्केट का अधिकांश हिस्सा अब भी सुरक्षित हैं। कई दुकानों पर अग्रिकांड का हल्का असर है या बिल्कुल असर नहीं है। इसके बावजूद मार्केट के ज्यादातर व्यवसायी अग्निशमन के बाद पैदा होने वाली समस्याओं का आंकलन करने में जुटे हैं। आठ ब्लॉकों में 954 दुकानों वाले बागड़ी मार्केट में प्रवेश के छह गेट हैं। छह तल्लों वाले इस बाजार का ए ब्लॉक सर्वाधिक प्रभावित बताया जा रहा है। वहीं कुछ और ब्लॉकों को भी लपटों से, धुएं से, दमकल के अग्रिशमन के दौरान उड़ेले और छींटे गए पानी से नुकसान हुआ है।
मार्केट के कई दुकानदारों के मुताबिक मार्केट का अधिकांश हिस्सा अब भी सुरक्षित है। जिन दुकानों में आग लगी उनका माल तो भस्मीभूत हो गया है। उनके पड़ोस की दुकानों में रखा गया सामान भी बढ़े हुए तापमान, अग्रिशमन में इस्तेमाल किए गए पानी से खराब हुआ है। कई ब्लाकों की ग्राउंड फ्लोर की दुकानें पूरी तरह सुरक्षित हैं, लेकिन चिंता इस बात की है दुकान नहीं खोल सकते।
जी ब्लॉक गेट के पास बैग के दुकानदार राजेश अग्रवाल के मुताबिक उनकी दुकान व आसपास की दर्जनों दुकानें पूरी तरह सुरक्षित हैं। नुकसान सिर्फ यह हुआ है कि दुकानदारी बंद हो गई है। दुकान से 75 फीसदी सामान भी सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा दिया गया है। बाकी 25 फीसदी सामान अभी भी दुकान में रखा हुआ है। दुकान खाली नहीं कर सकते। कारण पूछने पर बताया कि दुकान खाली करने का मतलब व्यापार की उम्मीद खत्म करना है। अभी कम से कम दुकान खुली है। भले व्यवसाय न कर रहे हों।
कई व्यवसायियों ने अग्रवाल के तर्क का समर्थन किया। उनके मुताबिक सुरक्षित दुकानों से यदि पूरा माल खाली कर दिया तो दुकान खोले जाने की रही सही उम्मीद भी खत्म हो जाएगी। वैसे भी बागड़ी एस्टेट के मालिकाने को लेकर जिस तरह का गतिरोध चल रहा है और प्रशासन के रवैए से यही लग रहा है कि दुकानें फिर से खोलने में गतिरोध होगा। यदि अभी से ही पूरा सामान हटा कर दूसरी जगह शिफ्ट हो गए तो दुकानदारों का दावा कमजोर होगा।
बागड़ी के फुटफॉल का कोई जोड़ नहीं है
सामान्य दिनों में बागड़ी मार्केट में आने वाले खरीदारों की भीड़ का कोई जोड़ नहीं बताया जाता है। यहां दुकान लगाने वाले व्यवसायियों के मुताबिक बिना प्रचार के ही यह मार्केट पश्चिम बंगाल समेत पड़ोसी राज्यों के व्यवसायियों की पसंद है। यहां के जैसा फुट फाल कहीं नहीं मिलने वाला। अब यदि कहीं और जाकर धंधा शुरू करेंगे तो उसे जमाने में पुराने ग्राहकों को वापस लाने में और नए ग्राहकों को जोडऩे में पीढ़ी भर का समय लग जाएगा।
अब भी सैकड़ों को रोजगार दे रहा है मार्केट

सैकड़ों करोड़ के सालाना कारोबार वाले बागड़ी मार्केट में अग्रिकांड के बाद भी रोजगार सृजन की कूवत बरकरार है। अंधेरी सीढिय़ों पर, सधे कदमों से फिसलन भरें रास्तों और ऊपर से नीचे आते पानी के बीच मोटिया और मजदूर विभिन्न ब्लॉकों की दुकानों से सामान बाहर निकाल रहे हैं। जिन सीढिय़ों से कभी लाखों करोड़ों का सामान नीचे से ऊपर जाता था और फिर देश के अलग अलग हिस्सों में पहुंचाया जाता है, अभी वहां की गीली सीढिय़ों से मोटिया सिर्फ सामान नीचे उतार रहे हैं। बीच बीच में अग्रिशमन की एजेंसियों के कर्मी उपकरणों के साथ नीचे ऊपर आते जाते दिख रहे हैं।

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