शेक्सपीयर सारणी थाने में एसबीआई जीवनदीप शाखा के ब्रांच मैनेजर ने 1 जून 2019 को धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें कहा गया था कि गिरोह के सदस्य ने खुद को टॉप्सेल टोयोटा कंपनी का एमडी बताकर उन्हें फोन किया। वे नए थे इसलिए झांसे में आ गए। गिरोह ने मोबाइल एप्प के जरिए रुपए ट्रांसफर करने में दिक्कत होने की बात कही। मैनेजर ने हस्ताक्षर मिलान के लिए, हस्ताक्षरित चेक वाट्सएप्प करने को कहा। गिरोह के सदस्य ने कंपनी के एमडी का हस्ताक्षर किया हुआ चेक ब्रांच मैनेजर को वाट्सएप्प कर दिया। हस्ताक्षर मिलान करने के बाद शाखा प्रबंधक ने 21.05 लाख रुपए कंपनी के ओडी अकाउंट से एसबीआई, ओबीसी और जेएंडके बैंक में ट्रांसफर कर दिए। दो दिन बाद ओडी अकाउंट में रुपए वापस नहीं आने पर ब्रांच मैनेजर ने कंपनी के प्रबंध निदेशक को फोन किया। बातचीत में ब्रांच मैनेजर समझ गया है किसी ने बैंक के साथ धोखाधड़ी की है।
मैनेजर ने थाने में गिरोह की ओर से किए गए फोन का नंबर दिया। मामले की जांच डीडी विभाग कर रही थी। जांच में कॉलर का लोकेशन दिल्ली एरिया व सिम रुद्रपुर, उत्तराखंड के फर्जी पते पर रजिस्टर्ड मिली। जिन बैक खातों में रुपए ट्रांसफर किए गए थे। उनकी जांच में पुलिस को सुराग मिला। जांच में पाया गया कि ठगबाजों का कनेक्शन बिहार से है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भादवि की धारा 120 बी/420/467/468/471 के तरह मामला दर्ज किया था।