पुलिस अधिकारी बन कर रहा था ठगी, हुआ गिरफ्तार
-लोगों ने पकड़ कर किया पुलिस के हवाले
-कई लोगों से लाखों रुपए लेने का आरोप कोलकाता.
कोलकाता पुलिस में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक व्यक्ति को पर्णश्री थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसक नाम पार्थ दत्त है। वह पाठकपाड़ा इलाके में किराए के एक मकान में रहता था। उस पर कई लोगों से लाखों रुपए ठगने का आरोप है।
पुलिस के मुताबिक, वह अपने को कोलकाता पुलिस में एनआरएस शाखा का अधिकारी बताता था। पर्णश्री थाने की पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि सोमवार की रात को कुछ लोगों ने उसके घर पर जाकर उसे पकड़ा और पुलिस को सूचना दी। इसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई। शिकायतकार्ताओं का आरोप है कि वह पहले इसी इलाके में अन्य मकान में रहता था, लेकिन ठगी करने के बाद वह उस घर को छोडक़र भाग गया था। उससे ठगाए लोग काफी दिनों से उसकी तलाश कर रहे थे। उन्हें सूचना मिली की वह पाठकपाड़ा इलाके में किसी अन्य मकान में रह रहा है। तब लोगों ने उसे जाकर वहां पकड़ा। वह बार-बार अपने घर को बदल रहा था। लोगों का आरोप है कि उसने कोलकाता पुलिस में नौकरी दिलाने के लिए उससे रुपए लिए थे। लेकिन वह न तो नौकरी दिला पाता था और न ही उनके रुपए लौटा रहा था।
पुलिस का कहना है कि उसके घर पर छापेमारी करने पर दक्षिण पूर्व रेलवे का एक आईकार्ड मिला है। उसकी पत्नी से पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसे पता नहीं कि उसका पति पुलिस में नौकरी करता है। उसके घर से कोलकाता पुलिस की एक स्टीकर लगी बाइक भी मिली है। मालूम हो इससे पहले कोलकाता से फर्जी आईपीएस और फर्जी आईएएस की गिरफ्तारी हो चुकी है।
-लोगों ने पकड़ कर किया पुलिस के हवाले
-कई लोगों से लाखों रुपए लेने का आरोप कोलकाता.
कोलकाता पुलिस में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक व्यक्ति को पर्णश्री थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसक नाम पार्थ दत्त है। वह पाठकपाड़ा इलाके में किराए के एक मकान में रहता था। उस पर कई लोगों से लाखों रुपए ठगने का आरोप है।
पुलिस के मुताबिक, वह अपने को कोलकाता पुलिस में एनआरएस शाखा का अधिकारी बताता था। पर्णश्री थाने की पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि सोमवार की रात को कुछ लोगों ने उसके घर पर जाकर उसे पकड़ा और पुलिस को सूचना दी। इसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई। शिकायतकार्ताओं का आरोप है कि वह पहले इसी इलाके में अन्य मकान में रहता था, लेकिन ठगी करने के बाद वह उस घर को छोडक़र भाग गया था। उससे ठगाए लोग काफी दिनों से उसकी तलाश कर रहे थे। उन्हें सूचना मिली की वह पाठकपाड़ा इलाके में किसी अन्य मकान में रह रहा है। तब लोगों ने उसे जाकर वहां पकड़ा। वह बार-बार अपने घर को बदल रहा था। लोगों का आरोप है कि उसने कोलकाता पुलिस में नौकरी दिलाने के लिए उससे रुपए लिए थे। लेकिन वह न तो नौकरी दिला पाता था और न ही उनके रुपए लौटा रहा था।
पुलिस का कहना है कि उसके घर पर छापेमारी करने पर दक्षिण पूर्व रेलवे का एक आईकार्ड मिला है। उसकी पत्नी से पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसे पता नहीं कि उसका पति पुलिस में नौकरी करता है। उसके घर से कोलकाता पुलिस की एक स्टीकर लगी बाइक भी मिली है। मालूम हो इससे पहले कोलकाता से फर्जी आईपीएस और फर्जी आईएएस की गिरफ्तारी हो चुकी है।