साथ ही इसके निदान के लिए पर्याप्त निधि जारी करने का शनिवार को अनुरोध किया। प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि दोनों जिलों के उपजाऊ भूमि और अल्पसंख्यक बहुल इलाके का बड़ा हिस्सा गंगा में डूब गया, जिससे लाखों लोग बेघर हो गए और वहां के लोग नए शरणार्थी बन गए हैं।
चौधरी ने पत्र में कहा कि क्षेत्र के लोग भूमिहीन हो गए हैं और अपनी आजीविका भी खो दी है। गरीबी बढऩे के कारण इलाके में अपराध बढ़ा है। इससे कई सामाजिक समस्याएं पैदा होंगी।
चौधरी मुर्शिदाबाद जिले के बहरमपुर लोकसभा से सांसद हैं। नदी तट के कटाव से प्रभावित लोगों की दिक्कतों का उदाहरण देते हुए चौधरी ने कहा कि मालदा से ऐसे लोगों की एक कॉलोनी मुंबई के बायकुला इलाके में बन गई है, जहां उन्हें बांग्लादेशी घुसपैठिया कहा जाता है, क्योंकि गंगा में उनके दस्तावेज भी बह गए हैं।
उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के दौरान कटाव रोकने के लिए बड़ी निधि जारी की जाती थी। प्रधानमंत्री से आग्रह है कि नदी तट के कटाव को रोकने और प्रभावित लोगों के जीवन तथा आजीविका की रक्षा के लिए पर्याप्त निधि जारी करें।