प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बरसते हुए ममता ने कहा कि वे पहले खुद को चायवाला बताते नहीं थकते थे। अब खुद को चौकीदार कह रहे हैं। उनकी कथनी व करनी में अंतर है। उन्होंने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा दंगा कराने वाली पार्टी है। बंगाल में भी दंगा कराना चाहते थे लेकिन सफल नहीं हुए। भाजपा पैसे के बल पर जगह जगह दंगे कराती है। दंगे को ही असली धर्म मानती है। हिन्दू धर्म को बदनाम करने में जुटी हुई है। इनके समर्थक माथे पर गेरुआ बांधकर हाथ में लाठी-डंडे लेकर शांति के माहौल को बिगाडऩा चाहते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्रीय बल राज्य में भाजपा को समर्थन दिए जाने की बात कह रहे हैं। देश के किसी भी राज्य में इतनी बड़ी संख्या में केन्द्रीय बल तैनात नहीं किया गया है। केन्द्र सरकार की नीयत में खोट है। ममता ने कहा कि हिन्दू, मुस्लिम, सिख व ईसाई सभी आपस में भाई भाई हैं। भाजपा इस रिश्ते पर प्रहार करना चाहती है। आरएसएस के समर्थक दंगा कराने की फिराक में है। जो उनके रहते संभव नहीं है। उनकी पार्टी सभी धर्मों पर विश्वास करती है।
भाजपा को देश के इतिहास व उसकी संस्कृति के बारे में नहीं पता है। उन्होंने आधार कार्ड को बैंक खाते व पैन कार्ड से जोडऩे की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि आधार के माध्यम से केन्द्र सरकार आम व्यक्ति के जीवन में हस्तक्षेप कर रही है। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल को विकास के मामले में शिखर पर पहुंचा दिया है। जो भाजपा को दिखाई नहीं देता।