— 471 राहत शिविरों में रखा 1.78 लाख लोगों को 471 राहत शिविरों में रखा गया है। दूसरी तरफ नई दिल्ली में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति ने तूफान से निपटने के तरीकों और राहत व बचाव अभियान की समीक्षा की। इस बीच बुलबुल के कहर से बंगाल के कई जिलों में हुए नुकसान की तस्वीरें लेने के लिए पुलिस के ड्रोन को लगाया गया है। ड्रोन से मिलने वाली तस्वीरों के आधार पर नुकसान का आकलन किया जाएगा।
— जनजीवन थम सा गया
चक्रवात बुलबुल से महानगर कोलकाता में सैकड़ों पेड़ उखड़ गए। उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना और पूर्व मिदनापुर जिलों में ज्यादा तबाही हुई है। बिजली के तार टूट गए, जिससे जनजीवन थम सा गया था। सिर्फ उत्तर २४ परगना जिले में अलग-अलग घटनाओं में पांच लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा पूर्व मिदनापुर जिले में तीन, दक्षिण 24 परगना जिले में दो तथा कोलकाता में एक जने की जान गई है।
— अपनी यात्रा रद्द कर दी चक्रवात बुलबुल के कारण मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले सप्ताह उत्तर बंगाल की अपनी यात्रा रद्द कर दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी से बातचीत की और इस आपदा से निपटने के लिये राज्य को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया था कि चक्रवात के हालात और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश के मद्देनजर उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की।