– सब्जियों व फलों के भाव स्थिर रखने का निर्देश
– टास्क फोर्स की बैठक में मुख्यमंत्री ने दी चेतावनी कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने त्योहार के मौसम में शाक-सब्जियों के अलावा मौसमी फलों के भाव स्थिर रखने का निर्देश गुरुवार को दिया। सब्जियों के कृत्रिम संकट पैदा करने तथा बिचौलिए पर अंकुश लगाने पर उन्होंने जोर दिया। मूल्यवृद्धि पर गठित गठित टास्क फोर्स की गुरुवार को सचिवालय नवान्न में हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने व्यवसाइयों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार किसी भी हालत में कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं करेगी।
20 पहिया ट्रकों के प्रवेश पर अंकुश जारी-
– टास्क फोर्स की बैठक में मुख्यमंत्री ने दी चेतावनी कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने त्योहार के मौसम में शाक-सब्जियों के अलावा मौसमी फलों के भाव स्थिर रखने का निर्देश गुरुवार को दिया। सब्जियों के कृत्रिम संकट पैदा करने तथा बिचौलिए पर अंकुश लगाने पर उन्होंने जोर दिया। मूल्यवृद्धि पर गठित गठित टास्क फोर्स की गुरुवार को सचिवालय नवान्न में हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने व्यवसाइयों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार किसी भी हालत में कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं करेगी।
20 पहिया ट्रकों के प्रवेश पर अंकुश जारी-
बैठक में उपस्थित व्यवसायी संगठनों के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि माझेरहाट ब्रिज हादसे के बाद महानगर में २० पहिया वाले ट्रकों के प्रवेश पर सरकारी निषेधाज्ञा जारी रहेगी। इसका असर बाजारों पर नहीं पड़े, प्रशासन खासकर आबकारी विभाग को सतर्क रहने को कहा है। मुख्यमंत्री ने जरूरत पडऩे पर शाक-सब्जियों व फलों के अलावा मछलियों के लाने में छोटी लॉरी या छोटे ट्रकों का इस्तेमाल करने को कहा।
आलू-प्याज के भाव पर जताई संतुष्टि-
आलू-प्याज के भाव पर जताई संतुष्टि-
मुख्यमंत्री ने वर्तमान बाजार में आलू व प्याज के भाव स्थिर रहने पर संतोष प्रकट किया है। प्याज का संरक्षण और बढ़ाने तथा मछली के मामले में स्वनिर्भरता पर उन्होंने जोर दिया। उनके अनुसार पेट्रोल-डीजल महंगा होने का सीधा असर बाजारों पर पड़ रहा है। साधारण लोगों पर नए सिरे से आर्थिक बोझ ना बढ़े, इस पर नजर रखने को कहा है।
हड़ताल से दूर रहने की नसीहत-
हड़ताल से दूर रहने की नसीहत-
मुख्यमंत्री ने खुदरा कारोबार में विदेशी निवेश के विरोध में २८ सितम्बर को व्यावसायिक संगठनों को देशव्यापी हड़ताल से दूर रहने की नसीहत दी है। बैठक में उपस्थित राज्य के विभिन्न व्यावसायिक संगठनों के प्रतिनिधियों का आह्वान करते हुए ममता ने हड़ताल के मुद्दों का समर्थन करने के बावजूद व्यवसाइयों को हड़ताल पर जाने के बजाय धरना, प्रदर्शन, सभाएं और जुलूस निकाल कर विरोध प्रकट करने की सलाह दी।