15 फर्जी कंपनियां खोल कर लगाते थे चूना जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने एक साल पहले बड़ाबाजार इलाके में 15 से ज्यादा फर्जी कंपनियां अलग-अलग पते पर खोली थीं। कंपनियों के करंट अकाउंट से काले धन को सफेद करते थे। ईबी के मुताबिक दोनों पर 63 करोड़ रुपए की जीएसटी चोरी का आरोप है। जांच में पाया गया है कि जिन कंपनियों के बैंक खाते से ट्रांजेक्शन किया गया है, वे सभी कागजों पर हैं। फर्जी तरीके से कंपनियों के खाते बैंक में खुलवाए गए। इस गोरखधंधे में और ६ लोग जुड़े हैं। उनकी तलाश जारी है। ईबी (EB) ने जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है।
रिक्शेवाले से लेकर घरेलू नौकर तक को बताया था कंपनी का कर्ताधर्ता पुलिस सूत्रों के मुताबिक फर्जी कंपनी के खिलाफ इंटाली थाने में एक केस दर्ज हुआ था। मामले की जांच इंफोर्समेंट ब्रांच को सौंपी गई थी। ईबी के अधिकारियों ने जांच में पाया कि आरोपियों ने रिक्शावाले से लेकर घरेलू नौकरों को कंपनी के कर्ताधर्ता के रूप में कागजों पर तैनात कर रखा था। ईबी ने आरोपियों पर धोखाधड़ी सहित कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।