scriptबीएसएफ ने नहीं चलाई एक भी गोली, बांग्लादेशी कार्रवाई बिना उकसावे के | BSF rejects BGB claim said action unprovoked, not fired single bullet | Patrika News

बीएसएफ ने नहीं चलाई एक भी गोली, बांग्लादेशी कार्रवाई बिना उकसावे के

locationकोलकाताPublished: Oct 18, 2019 01:13:50 pm

Submitted by:

Paritosh Dube

भारत- बांग्लादेश सीमा पर बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश ( BGB) की फायरिंग को बिना उकसावे की कार्रवाई बताते हुए बीएसएफ( BSF )ने दावा किया है कि बल के किसी भी जवान ने गुरुवार को एक भी गोली नहीं चलाई है। यह बात घटना के बाद दोनों देशों के कमांडिंग अधिकारियों की बैठक में बांग्लादेश के समकक्ष ने भी स्वीकार की है।

बीएसएफ ने नहीं चलाई एक भी गोली, बांग्लादेशी कार्रवाई बिना उकसावे के

बीएसएफ ने नहीं चलाई एक भी गोली, बांग्लादेशी कार्रवाई बिना उकसावे के

नई दिल्ली / कोलकाता- पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) की ओर से बिना उकसावे के सीमा सुरक्षा बल के जवानों पर गोली चलाई गई है। बीएसएफ ने एक भी गोली नहीं चलाई। बीजीबी की फायरिंग में बीएसएफ के एक जवान की मौत और दूसरे के घायल होने के बाद बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह बात कही। उनके मुताबिक बीजीबी का यह दावा गलत है जिसमें वह कह रहा है कि उसकी गश्ती टीम को बीएसएफ के जवानों की गोलाबारी के बीच आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी है।
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में देर रात जारी किए गए बयान में बीजीबी ने कहा है कि बांग्लादेश की सीमा पार करने वाले तीन भारतीय मछुआरों को वापस लेने के लिए आए बीएसएफ के जवानों ने उग्रता दिखाई और गोलियां चलाईं और अपने (भारतीय) क्षेत्र में वापस जाने लगे।
बीजीबी के बयान के मुताबिक उनकी गश्ती टीम ने तीन भारतीय मछुआरों को हिरासत में लेने की कोशिश की थी जो एक इंजन से चलने वाली नाव से बांग्लादेश की सीमा में चले आए थे। उनमें से दो भागने में सफल रहे।
इसकी खबर पाकर बीएसएफ के चार जवान मछुआरों को छुड़ाने स्पीडबोट लेकर पहुंचे। जब उनसे सीमा के उल्लंघन की बात कह कर उन्हें अधिकारियों के सुपुर्द करने की बात कही गई तो वे गुस्साकर वापस लौटने लगे और फायरिंग शुरू कर दी।
https://twitter.com/hashtag/BSF?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw
दोनों पक्षों की ओर से तय किए स्थान पर हुई थी फ्लैग मीटिंग

वहीं बीएसएफ के अधिकारी ने कहा, दोनों पक्षों की ओर से तय किए स्थान पर फ्लैग मीटिंग हुई थी। मीटिंग कभी भारतीय सीमा में होती है कभी बांग्लादेश की सीमा में। बैठक में हिस्सा लेने के लिए 6 सदस्यीय बीएसएफ की टीम ने मुर्शिदाबाद जिले में पद्मा नदी के पार अंतरराष्ट्रीय सीमा में 400 मीटर अंदर प्रवेश किया था। जहां बिना उकसावे के बीजीबी ने फायरिंग की। इसके साथ ही अधिकारी फ्लैग मीटिंग के दौरान अपनी टीम के प्रमुख व पोस्ट कमांडर के शॉट्र्स पहनने का बचाव किया। बीएसएफ अधिकारी के मुताबिक शॉटर्स पहनना उस सीमायी विशेष भौगोलिक क्षेत्र की जरूरत है। बीएएसएफ के मुताबिक उसके 6 जवानों में से एक सिविल ड्रेस में था और पोस्ट कमांडर ने नीचे कैमोफ्लाग वाली टी-शर्ट और शॉट्र्स पहने हुए थे। चूंकि, इलाका कीचड़ और दलदली है इसलिए ज्यादातर समय वहां लोग शॉट्र्स ही पहनते हैं। बीएसएफ के अधिकारी ने बीजीबी के उस दावे का खंडन भी किया है जिसमें यह कहा गया है कि उसने एक ही भारतीय मछुआरे को पकड़ा था और दो भागने में सफल रहे। अधिकारी के मुताबिक बीजीबी ने सभी तीन मछुआरों को पकड़ कर उनके सामान जब्त कर लिए थे। बाद में उन्होंने दो मछुआरों को यह कहकर छोड़ा था कि वे बीएसएफ के पोस्ट कमांडर को फ्लैग मीटिंग के लिए बुलाने का संदेश दे दें। ऐसा दोनों मछुआरों ने बीएसएफ को सूचित किया। बीएसएफ अधिकारी के मुताबिक घटना के दोनों पक्षों के कमांडिंग अधिकारियों के बीच टेलीफोन पर बात हुई है। बातचीत में बीजीबी के समकक्ष ने स्वीकार किया है कि बीएसएफ के जवानों ने न तो अंतरराष्ट्रीय सीमा का उल्लंघन किया न ही बांग्लादेश क्षेत्र के अंदर प्रवेश किया था। बता दें गुरुवार को बीजीबी की फायरिंग में बीएएसएफ के 51 वर्षीय हेड कांस्टेबल विजय भान सिंह की मौत हो गई थी, जबकि कांस्टेबल राजवीर यादव घायल हो गए थे।
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