इससे पहले पश्चिम बंगाल के विश्वभारती विश्वविद्यालय में अध्ययन कर रही एक बांग्लादेशी छात्रा को सीएए के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन में शामिल होने को लेकर भारत छोडऩे का आदेश दिया गया था।
स्नातक प्रथम वर्ष की छात्रा अफसरा अनिका मीम को भी विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय, कोलकाता की ओर से े ‘भारत छोड़ो नोटिस’ जारी किया गया था। नोटिस में कहा गया था कि वह सरकार विरोधी गतिविधियों में शामिल पाई गई है और ऐसी गतिविधियां वीजा नियमों का उल्लंघन है। ऐसे विदेशी नागरिक भारत में नहीं रह सकते। इसलिए नोटिस मिलने के 15 दिनों के अंदर भारत छोडना होगा।
अफसरा बांग्लादेश के कुष्टिया जिले की रहने वाली है। पिछले साल दिसम्बर महीने में विश्वविद्यालय परिसर में हुए सीएए विरोधी प्रदर्शनों से संबंधित कुछ पोस्ट फेसबुक पर कथित तौर पर साझा किया था। तब से उसे सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा था। उसके बाद ही उसे नोटिस भाजा गया।