संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ रविवार को मालदह, मुर्शिदाबाद, नदिया, उत्तर एवं 24 परगना और हावड़ा जिलों में हिंसक प्रदर्शन हुे। मुर्शिदाबाद जिले के रघुनाथगंज एवं सागरदिग्घी इलाके में, मालदह जिले के हरिशचंद्रपुर,
उत्तर 24 परगना के बसीरहाट, आमडांगा, खड़दह, दक्षिण 24परगना जिले के आकड़ा, संतोषपुर, डायमंड हार्बर, नदिया जिले कल्याणी, हावड़ा जिले के डोमजूड़ इलाके में प्रदर्शनकारियों ने कई रास्तों को जाम कर दिया और सड़कों पर आगजनी की। कुछ जगहों पर संशोधित कानून की प्रतियां जलाईं गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ नारेबाजी की गई।
इधर तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने हावड़ा, पश्चिम मिदनापुर, पश्चिम बर्दवान, उत्तर २४ परगना समेत विभिन्न जिलों में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रर्दशन में सत्तारुढ़ दल के नेता एवं मंत्री भी शामिल हुए। सोमवार को तृणमूल कांग्रेस की ओर से कोलकाता में विरोध जुलूस निकाला जाएगा। जुलूस में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल होंगी।
आंदोलन के कारण ट्रेन सेवा रविवार को भी बाधित हुई। पूर्व एवं दक्षिण पूर्व रेलवे के कई संभागों में ट्रेन सेवा प्रभावित हुई। कुछ लोकल एवं दूरगामी ट्रेनें र² रही।
भाजपा संशोधित नागरिकता कानून के पक्ष में है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हिंसक आंदोलन के खिलाफ में हैं। अब सवाल यह उठता है कि बंगाल को हिंसा की आग में कौन जला रहा है। मुख्यमंत्री का दवा है कि कुछ बाहरी साम्प्रदायिक शक्तियां राज्य में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसा भड़काने का प्रयास कर रही हैं। क्या यह संभव है। कोई बाहरी शक्ति किसी दूसरे राज्य में इस तरह से हिंसक आंदोलन कर सकती है।
संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल में भड़की आंदोलन से उत्पन्न हालात को देखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने मालदह, मुर्शिदाबाद, हावड़ा तथा उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना पांच जिलों में इंटरनेट सेवा अस्थाई रूप से बंद करा दी है। मुर्शिदाबाद और मालदह जिले के सभी इलाके तथा उत्तर एवं दक्षिण २४ परगना जिले के कुछ इलाके जैसे बारासात, बसीरहाट, कैनिंग, बारुईपुर क्षेत्र आदि में इंटरनेट सेवा बंद करा दी गई है।