नंदीग्राम के बयाल बूथ का मामला : ममता ने की 80 फीसदी छप्पा वोट की शिकायत
कोलकाताPublished: Apr 01, 2021 04:46:45 pm
भाजपा पर लगाया आरोप-ममता के बूथ पर पहुंचते ही बढ़ा तनाव-आमने-सामने हुए भाजपा-तृणमूल के कार्यकर्ता
नंदीग्राम के बयाल बूथ का मामला : ममता ने की 80 फीसदी छप्पा वोट की शिकायत
कोलकाता.
ममता बनर्जी के नंदीग्राम के बयाल बूथ के अंदर जाते ही तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता-समर्थक बूथ के बाहर आमने-सामने हो गए। सुबह से ही इस बूथ पर छापा वोट होने का आरोप लग रहा था। छप्पा वोट का मतलब रिगिंग से है।
शिकायत मिलने पर जैसे ही ममता बनर्जी दोपहर के समय नंदीग्राम के बायल में उस बूथ पर पहुंची, वहां की स्थिति बिगड़ गई। बूथ के बाहर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। इस बीच ममता ने अदालत में जाने की चेतावनी दी। उन्होंने राज्यपाल जगदीप धनखड़ से शिकायत भी की।
गुरुवार को दूसरे दौर के मतदान के दिन से ही भाजपा पर धांधली के आरोप लग रहे हैं। तृणमूल का दावा है कि सत्ता पक्ष के एजेंटों को बूथ में बैठने नहीं दिया गया। स्थिति ऐसी बनी कि तृणमूल के एजेंट को बूथ से घर लौट जाना पड़ा। भाजपा की ‘धमकी’ के कारण पत्नी और मां ने एजेंट को घर से बाहर नहीं निकलने दिया। वृद्ध मां हाथ जोडक़र रो पड़ी। मां के रोने-गिड़गिड़ाने पर तृणमूल ने उसके बजाय, एक अन्य व्यक्ति को एक एजेंट के रूप में वहां भेजने का निर्णय लिया, लेकिन केंद्रीय बल के जवानों ने दस्तावेजों में त्रुटियां दिखाकर उसे बूथ में बैठने की अनुमति नहीं दी।
इस बीच ममता दोपहर में एक बजे बयाल के लिए रायपाड़ा स्थित अपने अस्थायी निवास से रवना हुईं। व्हीलचेयर पर बैठकर बयाल शंकरबेटा गांव के बूथ नंबर सात पर पहुंचीं। तृणमूल कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों के एक वर्ग ने ममता के सामने आने के बाद भाजपा के खिलाफ गुस्सा व्यक्त किया। ममता स्थिति की जांच करने के लिए बूथ के अंदर गईं। इसके बाद इस क्षेत्र में तनाव फैल गया। बूथ के बाहर से ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाया जाने लगा। तृणमूल ने आरोप लगाया कि बाहरी लोग केंद्रीय बलों की मदद से भाजपा के पक्ष में मतदान कर रहे हैं। भाजपा पर बाहरी लोगों को लाने व हमला कराने का आरोप लगाया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए क्षेत्र में आरएएफ को तैनात किया गया। राज्य पुलिस के उच्च पदस्थ अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे। लेकिन काफी देर तक स्थिति शांत नहीं हुई। ममता को सुरक्षा कारणों से बूथ में रखा गया। वह बूथ में एक घंटे से अधिक समय तक बंद रहीं। ममता ने वहां से धनखड़ को फोन किया। छप्पा वोट करने का आरोप लगाते हुए शिकायत की। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि इस बूथ पर 80 फीसदी छप्पा वोट हुआ है। यहां के मतदाताओं को वोट डालने नहीं दिया गया। चुनाव आयोग को आज सुबह से 63 शिकायतें दी जा चुकी है। चुनाव आयोग ने एक पर भी कदम नहीं उठाया। हम इस गड़बड़ी के खिलाफ कोर्ट जाएंगे। कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह भी आरोप लगाया गया कि अर्धसैनिक बल केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशन पर काम कर रहा हैं। यह केंद्रीय बलों की गलती नहीं है। हालांकि, गेरुआ शिविर ममता के आरोपों पर ध्यान नहीं दिया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि ममता बनर्जी चुनाव हार जाएंगी।