कोलकाताPublished: Sep 30, 2020 02:59:40 pm
Manoj Singh
तृणमूल कांग्रेस ने सिलीगुड़ी में कराई हाजरा के खिलाफ शिकायत दर्ज
Bengal Politics : ममता पर विवादित बयान देने वाले भाजपा नेता के खिलाफ मामला दर्ज
मेरे खिलाफ एक एफआईआर तो तृणमूल नेताओं के खिलाफ होने चाहिए 10 मामले दर्ज – अनुपम हाजरा
कोलकाता
दो दिन पहले भाजपा के संयुक्त राष्ट्रीय सचिव बने अनुपम हाजरा ने कोरोना संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बारे में विवादित बयान देकर पर दिये बयान से विवाद में घिर गए हैं। तृणमूल कांग्रेस ने सिलीगुड़ी में उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। दूसरी ओर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने हाजरा को विवादित बयान देने से परहेज करने को कहा है।
तृणमूल कांग्रेस की सिलीगुड़ी इकाई ने इस दिन अनुपम हाजरा के खिलाफ रैली निकाली की और उनके खिलाफ पुलिस में एक शिकायत दर्ज करायी है। हाजरा के खिलाफ उत्तर बंगाल शहर तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने प्राथमिकी दर्ज कराई है और उसने पुलिस से उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया है। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता सौगत रॉय इस दिन ममता बनर्जी के बारे में हाजरा की टिप्पणी की कड़ी निंदा की और कहा कि ऐसी टिप्पणी भाजपा की मानसिकता को प्रतिबिंबित करती है।
खुद के खिलाफ पुलिस में शिकायत किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए हाजरा ने कहा कि ममता बनर्जी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कई विवादास्पद टिप्पणी की है। यदि मेरी टिप्पणी अपमानजनक है, तो ममता बनर्जी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ऐसी टिप्पणी की है। अगर उनके खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की जाती है, तो तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ कम से कम 10 प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए।
प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने हालांकि हाजरा की टिप्पणी से दूरी बना ली। प्रदेश भाजपा के एक नेता ने कहा कि हम ऐसी टिप्पणी का समर्थन नहीं करते हैं। पार्टी नेताओं को ऐसी टिप्पणी करने से परहेज करना चाहिए। मुकुल रॉय ने कहा कि जो लोग जिम्मेदार हैं, उन्हें ऐसी बाते बोलने से पहले सावधान रहना चाहिए.
क्या बोले थे अनुपम हाजरा
भाजपा के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव बने तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सांसद अनुपम हाजरा ने रविवार को दक्षिण 24 परगना जिला के बरुईपुर में कहा था कि ममता बनर्जी ने कोरोना के कारण मरने वाले लोगों के शव को लेकर जो किया लोग उसे भूल नहीं सकते। बेटे को अपने पिता के शव को देखने नहीं दिया जा रहा है और न ही लोगों को खबर नहीं दी जा रही है कि उनके रिश्तेदार कब मरे। किरोसिन तेल से उनके शव जलाए जा रहे हैंं। हम इस तरह का व्यवहार तो मरे हुए बिल्ली और कुत्तों से भी नहीं करते। अगर वे कोरोनावायरस से संक्रमित होते हैं तो वे ममता बनर्जी को गले लगाएंगे, जिससे उन्हें कोविड-19 से संक्रमित और मरने वाले लोगों के परिजनों का दर्द का पता चल सके।