विदेश गए, जाते ही उनके होश उड़े, टूटा मुसीबतों का पहाड़
कोलकाताPublished: Oct 23, 2019 06:14:41 pm
अपने परिवार के लिए पैसे कमाने की उम्मीद लेकर एक एजेंट के जरिए वे विदेश गए। इन 21 भारतीयों को गोल्ड मार्केट में नौकरी का वादा किया गया था, लेकिन दुर्भाग्यवश वे सब ये समझ नहीं पाए कि उन्हें तस्करी कर दूसरे देश ले जाया गया है।
विदेश गए, जाते ही उनके होश उड़े, टूटा मुसीबतों का पहाड़
कोलकाता.
अपने परिवार के लिए पैसे कमाने की उम्मीद लेकर एक एजेंट के जरिए वे विदेश गए। इन 21 भारतीयों को गोल्ड मार्केट में नौकरी का वादा किया गया था, लेकिन दुर्भाग्यवश वे सब ये समझ नहीं पाए कि उन्हें तस्करी कर दूसरे देश ले जाया गया है। इनसे वीजा और पासपोर्ट भी छीन लिया गया है। सभी पीडि़तों पर मुसीबतों पर पहाड़ टूट गया है। नौकरी के नाम सऊदी अरब के जेद्दा गए 21 भारतीयों को वहां बंधक बना लिया गया है। इनमें से 20 पश्चिम बंगाल से हैं, जबकि एक मुम्बई से। सभी पेशे से सोने के कारीगर हैं।
इनमें से 4 हावड़ा से थे, 10 हुगली, 3 पूर्व बर्दवान से, 2 उत्तर और एक दक्षिण 24 परगना जिले से थे। एक अन्य मुंबई के थाने से था। ये सभी मुंबई के गोल्ड मार्केट में कारीगर के रूप में काम करते थे। नैशनल ऐंटी ट्रैफिकिंग कमेटी के चेयरपर्सन शेख जिन्नार अली ने बताया कि उन्हें शांतनु पाल के परिवार से कॉल आई। उनके जरिए उन्हें पता चला कि दो साल पहले एक एजेंट की मदद से शांतनु जेद्दा की मुशाली फैक्ट्री में काम करने गए थे। वह टूरिस्ट वीजा के तहत वहां गए थे। वीजा पहले से ही एक्सपायर हो चुका है और लम्बे समय से उन्होंने अपने परिजनों से बात नहीं की है।
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लैंड करते ही पासपोर्ट और वीजा छीना
काफी प्रयासों के बाद उन्होंने अपने परिवार से बात की और बताया कि उनका पासपोर्ट और वीजा जेद्दा में लैंड करते ही उनसे ले लिया गया था। परिवार ने जेद्दा में भारतीय दूतावास में बात करने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे। शांतनु के परिवार ने अली को बताया कि 21 लोगों को वहां झूठी नौकरी का ख्वाब दिखाकर ले जाया गया है।
कई प्रयास के बाद उस नंबर पर संपर्क हुआ जिससे शांतनु ने कॉल की थी। इसके बाद एक दूसरे शख्स नजरूल इस्लाम से संपर्क किया गया। उन्हें नैशनल ऐंटी ट्रैफिकिंग कमिटी ऐप डाउनलोड करने और शिकायत दर्ज करने को कहा गया।
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वापस लाने का प्रयास जारी
शेख जिन्नार अली ने बताया कि विदेश मंत्रालय और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पूरे मामले के बारे में बता दिया गया है। जेद्दा में भारतीय दूतावास से संपर्क किया गया है। उन्हें सही सलामत वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं, क्योंकि वे लोग वहां बिना पर्सनल फंड, वीजा और वैध पासपोर्ट के फंसे हुए हैं।