West Bengal: केन्द्र ने ममता को दी डॉक्टरों का हड़ताल समाप्त करवाने की सलाह
कोलकाताPublished: Jun 15, 2019 04:43:34 pm
कन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
West Bengal: केन्द्र ने ममता को दी डॉक्टरों का हड़ताल समाप्त करवाने की सलाह
कोलकाता
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिख कर 10 जून को अपने साथियों पर कातिलाना हमले के विरोध में पिछले चार दिनों से चल रहे राज्य के जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल को समाप्त करने के लिए हस्तक्षेप करने की सलाह दी है।
डॉक्टर हर्षवर्धन ने इस दिन ममता बनर्जी को लिखे पत्र में कहा है कि बंगाल के जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से पैदा हुए गतिरोध को समाप्त करने के लिए मुख्यमंत्री को व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप कीजिए। केंद्र सरकार आपके साथ पूरी तरह से खड़ी है और सभी मदद करने को तैयार है।
पत्र में उन्होंने लिखा है कि वे पश्चिम बंगाल के नील रतन सरकार (एनआरएस) मेडीकल कॉलेज और अस्पताल के डॉक्टरों पर हुए हमले के संदर्भ में यह पत्र लिखे हैं। मुख्यमंत्री, आपको मालूम होगा कि एनआरएस की घटना के कारण देश के कई हिस्सों में रेजिडेंट डॉक्टर आंदोलन शुरू कर दिया है और वे शुक्रवार को ओपीडी की सुविधा बंद कर दिए हैं।
गत 10 जून से एनआरएस मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टर और जूनियर डॉक्टरों की पिटाई का मामला इतना तूल पकड़ चुका है कि इसका असर पश्चिम बंगाल सहित देश के अन्य राज्यों में देखने को मिल रहा है। देशभर में सरकारी सहित कई प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर अब एनआरअस मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के समर्थन में खड़े हो गए। देशभर में डॉक्टरों की हड़ताल का असर सीधे तौर पर मरीजों पर पड़ रहा है। वहीं राज्य की मुखिया ममता बनर्जी के सख्त रवैया के बीच एनआरअस मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने साफ कह दिया है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी, वह काम पर नहीं लौटेंगे।
ममता बनर्जी को भेजे पत्र में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने लिखा हैं कि जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन का हर्जाना गरीब मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। इसका संज्ञान लेने की जरुरत है, क्योंकि पश्चिम बंगाल में जारी आंदोलन खत्म होने के बजाए और बिगड़ता जा रहा है।
हर्षवर्धन ने मुख्यमंत्री को लिखा है कि आप हमारी इस बात से सहमत होंगी की डॉक्टर समाज का प्रमुख स्तंभ हैं और वे बहुत ही कठिन परिस्थितियों में काम करते हैं। उन्हें काम करने के लिए अच्छा वातावरण उपलब्ध कराना हमारा कर्तव्य है।
इसके साथ ही डॉक्टरों पर हो रहे हमले को लेकर पत्र में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने ममता बनर्जी से कानून के तहत उन लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने को कहा है, जो डॉक्टरों पर हमले करते हैं।