मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को देश में गोरक्षा के नाम पर बढ़ रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर केंद्र सरकार और भाजपा की आलोचना की है और केन्द्र को मॉब लिंचिंग के खिलाफ सख्त होने की मांग की। उन्होंने केन्द्र गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मॉब लिंचिंग की घटनाओं की हमेशा निंदा नहीं करने और भाजपा से अपने नेताओं को नियंत्रण नहीं करने कारण पूछा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि छोटे-बड़े स्तर पर घृणा का प्रचार किया जा रहा है। केन्द्र सरकार मॉब लिंचिंग करने वालों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाए। उन्होंने कहा कि वे सभी धर्मो और जाति के लोगों का सम्मान करती हैं तो वो (भाजपा) क्यों नहीं कर सकते। वे एक पण्डाल नहीं बना सकते है तो देश क्या चलाएंगे। उन्होंने कहा कि गाय को लोग माता कहते हैं। कुछ अतिवादी समूह नफरत फैलाने वाले प्रचार चला रहे हैं। इस कारण कुछ लोग हिंदू तालिबान की तरह ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। उनहोंने कहा कि गाय की इज्जत करना अच्छी बात है, लेकिन किसी को पीट-पीट मार डालने कहां का न्याय है। राजनाथ जी ऐसी घटनाओं की निंदा क्यों नहीं करते और इस पर नियंत्रण क्यों नहीं करते हैं। इस पर रोक लगनी चाहिए। वे 20 जुलाई को राजस्थान के अलवर में गो तस्करी के शक में एक आदमी की पीट-पीटकर हत्या किए जाने की खटना पर बोल रही थी। इससे पहले ममता बनर्जी ने 21 जुलाई को अपनी पार्टी के शहीद सभा में भी मॉब लिंचिंग का कड़ा विरोध किया था और भाजपा पर धर्म और जाति के आधार पर लोगों को बांटने और साम्प्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाया था।